नई दिल्ली। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय, कंपनियों के तिमाही नतीजों और घरेलू मोर्चे पर वृहद आर्थिक आंकड़े इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे।
विश्लेषकों ने यह राय जताई है। इसके अलावा विदेशी कोषों की गतिविधियां, वाहन बिक्री के मासिक आंकड़े और वैश्विक रुख से भी बाजार का रुख निर्धारित होगा। सोमवार को ‘महाराष्ट्र दिवस’ पर शेयर बाजार में अवकाश रहेगा।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा, ‘‘वैश्विक अर्थव्यवस्था अब भी ब्याज दरों में वृद्धि और मंदी के बीच उलझी हुई है। सभी की निगाह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के नतीजे पर है जिसकी घोषणा तीन मई को होगी।
यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) चार मई को ब्याज दर पर निर्णय की घोषणा करेगा। निकट भविष्य में वृहद आर्थिक आंकड़ों की वजह से बाजार का रुख कमजोर रह सकता है।’’ उन्होंने कहा कि भारतीय शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की ओर से लगातार निवेश आ रहा है।
शुक्रवार को उन्होंने 3,304 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड लिवाली की, जो भारतीय बाजार के प्रति उनके भरोसे को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह घरेलू बाजार के लिए कंपनियों के चौथी तिमाही के परिणाम, वाहन बिक्री के आंकड़े महत्वपूर्ण रहेंगे। सप्ताह के दौरान निफ्टी 50 की कंपनियों…टाटा स्टील, टाइटन, हीरो मोटोकॉर्प और एचडीएफसी लिमिटेड के तिमाही नतीजे आएंगे।
इसके अलावा सप्ताह के दौरान अदाणी ग्रीन एनर्जी, अंबुजा सीमेंट्स, टाटा स्टील, यूको बैंक, अदाणी एंटरप्राइजेज, भारत फोर्ज और फेडरल बैंक के वित्तीय परिणाम भी आने हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजे निवेशकों की धारणा को प्रभावित करेंगे।’’ विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के पीएमआई आंकड़ों से बाजार की दिशा तय होगी।
कोटक सिक्योरिटीज लि. के तकनीकी विश्लेषक (डीवीपी) अमोल अठावले ने कहा, ‘‘एफआईआई की लिवाली, उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से पिछले कुछ सत्रों में बाजार में तेज रही है। आगे चलकर इसकी वजह से मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है।’’ बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,457.38 या 2.44 प्रतिशत के लाभ में रहा।