नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस दुनिया का पहला रोबोट वकील अदालत में बतौर वकील पेश होने से पहले खुद कठघड़े में खड़ा हो गया है। उस पर बिना लॉ की डिग्री लिए और बिना रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस के लॉ प्रैक्टिस करने का आरोप लगा है। बता दें कि कुछ महीने पहले ही यूएस आधारित स्टार्टअप DoNotPay ने AI टेक्नोलॉजी पर आधारित दुनिया का पहला रोबोट वकील पेश किया था।
शिकागो स्थित लॉ फर्म एडल्सन ने 3 मार्च को सुपीरियर कोर्ट ऑफ कैलिफोर्निया में रोबोट वकील के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। लॉ फर्म ने आरोप लगाया है कि रोबोट के पास न तो कानून की डिग्री है, न ही लाइसेंस और न ही वह कोई नियंत्रक संस्थान। ऐसे में उसे लॉ प्रैक्टिस की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
लॉ फर्म एडल्सन की तरफ से जोनाथन फरीदियां ने यह मुकदमा दायर किया है। अपनी शिकायत में फरीदियां ने आरोप लगाया है कि उसने एक कानूनी दस्तावेज कथित वकील से खरीदा था जो उन्हें प्रदान करने के लिए सक्षम था लेकिन वह “घटिया” किस्म का था।
बता दें कि जनवरी में अमेरिकी स्टार्टअप कंपनी ने रोबोट वकील बनाने का खुलासा किया था। जनवरी में ही इसका ट्रायल हुआ था लेकिन मार्च में उसकी अदालती पेशी से पहले ही वह कानून पचड़े में फंस गया। स्टार्टअप ने दावा किया था कि यह रोबोट वकील ओवर स्पीडिंग के जुड़े मामलों में कानूनी पैरवी करेगा। वकील से सीधे मुजरिम बने रोबोट पर अब अमेरिकी अदालत में मुकदमा चलेगा।