बूंदी कौशल महोत्सव: 1250 युवाओं को मिलेगी नौकरी और अप्रेंटिसशिप

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कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से आयोजित बूंदी कौशल महोत्सव रोजगार मेले में 1250 से अधिक युवाओं को नौकरी और अप्रेंटिसशिप मिलेगी। आयोजन में चिन्हित प्रतिभागियों को बूंदी विधायक अशोक डोगरा ने ऑफर लैटर सौंपे।

संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी सहित हाड़ौती व प्रदेश के युवाओं को रोजगार, कौशल और अप्रेंटिसशिप से जोड़ने के लिए स्पीकर बिरला निरंतर प्रयासरत थे। उनकी कोशिशों के मद्देनजर केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के स्किल इंडिया मिशन ने कुंभा स्टेडियम में दो दिवसीय कौशल महोत्सव का आयोजन किया था।

इस कौशल महोत्सव के लिए 14 हजार से अधिक युवाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। हालांकि कंपकंपा देने वाली और खराब मौसम के कारण आधे से भी कम प्रतिभागी इंटरव्यू देने और अप्रेंटिसशिप के अवसर तलाशने आयोजन में आए।

कौशल महोत्सव में देशभर की 87 से अधिक कंपनियां जुटी। ऑटोमोबाइल, हॉस्पिटैलिटी, फाइनेंशियल, बैंकिंग, चिकित्सा, आईटी, फूड प्रोसेसिंग, सीमेंट, सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत इन कपंनियों ने इंटरव्यू के माध्यम से दो दिन में प्रतिभागियों कीे ज्ञान, कौशल, प्रतिभा, क्षमता और दक्षता को परखा।

इस आधार पर 1250 से अधिक युवाओं को रोजगार और अप्रेंटिसशिप के लिए चिन्हित कर लिया गया। इनमें से 100 से अधिक युवाओं को शनिवार को कुंभा स्टेडियम में ही आयोजित समापन समारोह में ऑफर लैटर सौंपे गए। ऑफर लैटर मिलने के बाद इन युवाओं के चेहरों पर खुशी देखते ही बन रही थी।

मोबाइल पर भी हों युवाओं के इंटरव्यूः डोगरा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बूंदी विधायक अशोक डोगरा ने कहा कि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की संवेदनशीलता का लाभ बूंदी के लोगों को निरंतर मिल रहा है। उन्हीं के प्रयासों से युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए देश भर की 80 से अधिक कम्पनियां बूंदी आईं। मौसम खराब होने के कारण बड़ी संख्या में युवा कार्यक्रम में नहीं पहुंच सकें। एनएसडीसी अब ऐसे युवाओं के लिए मोबाइल के माध्यम से इंटरव्यू की व्यवस्था करे। इससे कम्पनियों को भी कुशल युवा मिल सकेंगे और प्रशिक्षित युवाओं को भी रोजगार मिल सकेगा। कार्यक्रम को बूंदी जिला कलक्टर डा. रविन्द्र गोस्वामी, नगर परिषद बूंदी की सभापति मधु नुवाल तथा एनएसडीसी की महाप्रबंधक पंखुड़ी बोरगोहेन ने भी संबोधित किया।

बेहतर प्रोफाइल वाले युवाओं का रहा इंतजार
कौशल महोत्सव में आई कई कम्पनियों के अधिकारियों ने बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से उन्होंने कई ऐसे युवाओं को शॉर्टलिस्ट किया था, जो उनकी अपेक्षाओं को पूरा कर रहे थे। लेकिन यह युवा संभवतः खराब मौसम के कारण इंटरव्यू देने के लिए ही नहीं आए। इस कारणउकनीक कई जॉब ओपनिंग्स खाली ही रह गईं।

दिव्यांगों को भी मिली कौशल विकास की जानकारी
कौशल महोत्सव में दिव्यांगों के लिए भी सरकार की ओर से चलाए जा रहे विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें उन्हें विभिन्न प्रकार के कोर्स तथा उन्हें करवाने वाले संस्थानों की जानकारी दी गई। इनमें से अधिकांश कोर्स पूरी तरह निशुल्क थे।

कारीगर-श्रमिकों के लिए भी प्रशिक्षण कार्यक्रम
आयोजन के दौरान भवन निर्माण क्षेत्र में कार्य करने वाले कारीगर और श्रमिकों के लिए भी प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी दी गई। केंद्र सरकार की संस्था की ओर से संचालित इस कार्यक्रम में कारीगर तथा श्रमिकों को भवन निर्माण के मूलभूत सिद्धांतों के साथ नई तकनीकों के बारे में सिखाया जाता है। 300 से 450 घंटों के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद इन लोगों को विशेष प्रकार के भवनों के निर्माण में रोजगार मिल सकता है, जिसमें मेहनताना भी सामान्य से लगभग दुगुना रहता है