कोटा। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश से पहले ही किसानों ने मोर्चा खोल दिया है। किसान लहसुन खरीदी की घोषणा के बाद कांटे नहीं लगने और कर्जमाफी की घोषणा के बाद कर्जमाफी नहीं होने से नाराज हैं।
भारतीय किसान संघ के प्रांतीय अध्यक्ष शंकरलाल नागर और अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य कैलाश गेंदोलिया ने कहा कि राहुल गांधी चुनावों में एक से दस तक गिनती करने पर 10 दिन में कर्ज माफ करने की घोषणा करके गए थे। इसके बाद वे चार साल बाद राजस्थान आ रहे हैं। अब उन्हें बताना होगा कि कितने किसानों का कर्ज माफ हुआ है।
प्रदेश मंत्री जगदीश कलमंडा और प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी आशीष मेहता ने बताया कि हाडौती का किसान लहसुन के भावों और सरकार के छलावे से बर्बाद हुआ है। सरकार ने किसानों का लहसुन खरीदने की घोषणा करके बहुत वाहवाही लूटी थी। सरकार के मंत्री क्रेडिट लेने में भी आगे रहे। लेकिन कांटे नहीं लगाए गए।
किसानों के साथ छल किया गया। तब से किसानों ने अपना लहसुन नेताओं को भेंट करने के लिए संभाल कर रखा है। राहुल गांधी की राजस्थान यात्रा के दौरान भी उनका स्वागत लहसुन की माला से ही किया जाएगा। अगले साल होने वाले चुनावों में भी किसान गाँव गाँव में इन नेताओं का स्वागत लहसुन बरसाकर ही करेगा।
जिलाध्यक्ष गिरिराज चौधरी और रुपनारायण यादव ने कहा कि कांग्रेस सरकार किसान हितैषी बनने के लिए केवल घोषणाएं करती रही, लेकिन किसानों के हित में कोई योजना जमीन पर नहीं उतर सकी है। आकर्षक योजनाओं की घोषणा से वोट बटोरे जा रहे हैं, लेकिन किसान आत्महत्या को मजबूर है। भाजपा शासन में लहसुन उत्पादक किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा था, तब खरीदी हुई थी। उस समय घड़ियाली आँसू बहाने वाले कांग्रेस के नेता किसान की बदहाली पर अब चुप हैं।