फेडरल रिज़र्व ने ब्याज दर 0.75 फीसदी बढ़ाई, जानिए शेयर बाजार पर असर

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नई दिल्ली। महंगाई पर काबू पाने के लिए अमेरिका ने एक बार फिर सख्त कदम उठाया है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिज़र्व ने बुधवार रात प्रमुख ब्याज दरों (US Fed Interest rate) में इजाफा कर दिया। यूएस फेड ने ब्याज दर में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है। फेडरल रिजर्व ने लगातार चौथी बार ब्याज दरों में भारी वृद्धि की है।

इससे अमेरिका की नीतिगत ब्याज दर 3.75 फीसदी से बढ़कर 4 फीसदी पर पहुंच गयी है। यह ब्याज दर साल 2008 के बाद से सबसे अधिक है। अमेरिका में महंगाई 40 वर्षों के उच्च स्तर पर पहुंच जाने के चलते वहां का केंद्रीय बैंक लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहा है। इसके चलते दुनिया के बाकी देशों को भी अपनी नीतिगत दरें बढ़ानी पड़ रही है। आज गुरुवार को आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की स्पेशल बैठक है। इस बैठक में भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है।

शेयर बाजार पर असर
यूएस फेडरल रिज़र्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने संकेत दिये हैं कि महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी का उनका कदम आखिरी स्टेज में आ पहुंचा है। पॉवेल की इस टिप्पणी ने पूरी दुनिया को एक राहत प्रदान की है। इस संकेत के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों (US Stock Market) में काफी उछाल देखा गया। हालांकि, इसके बाद उन्होंने कहा कि आने वाले समय में महंगाई दर में वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए समिति मौद्रिक नीति को कड़ी करने पर गंभीरता से विचार करेगी। इससे पता चलता है कि फेड महंगाई पर काबू पाने के लिए आगे भी ब्याज दरों में आक्रामक रूप से बढ़ोतरी कर सकता है। शेयर बाजारो में इस बयान से नाकारात्मक रुख देखने को मिला और अमेरिकी स्टॉक मार्केट गिरावट के साथ बंद हुआ। विश्लेषकों को पहले से ही उम्मीद थी की फेड इस बार भी ब्याज दरों में इजाफा करेगा। वे फेड से मिलने वाले संकेतों को देखना चाहते थे।

महंगाई बढ़ी तो ब्याज दर भी बढ़ेगी
अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने कहा है कि अमेरिका में महंगाई दर को काबू करने के लिए ब्याज दरों में वृद्धि एकमात्र उपाय है। यूएस फेड ने कहा, “समय के साथ महंगाई दर को दो फीसदी के अंदर समेटने की जरूरत है।” फेड की ओपन मार्केट कमेटी की 2 दिन की बैठक के बाद बुधवार रात उसने यह टिप्पणी की।

महंगा होगा कर्ज
आरबीआई सरकार को यह जवाब देगा कि वह महंगाई दर को 6 फीसद तक सीमित रखने में क्यों विफल रहा। साथ ही माना जा रहा है कि आरबीआई इस बैठक में रेपो रेट (Repo Rate) बढ़ाने का फैसला भी ले सकता है। ऐसा हुआ तो बैंक होम लोन (Home Loan), कार लोन (Car Loan) और पर्सनल लोन (Personal Loan) सहित सभी तरह के लोन्स पर ब्याज दरें बढ़ा देंगे।