धारीवाल ने कोटा में चम्बल रिवर फ्रंट सहित विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया

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विकास कार्यों का निरीक्षण करते धारीवाल।

आधुनिक एवं पुरातन संस्कृति का संगम होगा रिवर फ्रंट: स्वायत्त शासन मंत्री

कोटा। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने चम्बल रिवर फ्रंट सहित शहर में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण कर शेष कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने चम्बल में बोट में बैठकर रिवर फ्रंट के प्रत्येक घाट का बारिकी से अवलोकन कर फसाड कार्य को गति प्रदान करने के निर्देश दिये।

स्वायत्त शासन मंत्री ने चम्बल रिवर फ्रंट से निरीक्षण कार्य की शुरूआत करते हुए सभी घाटों के आधारभूत निर्माण कार्यों की अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वर्षा के समय चम्बल में पानी की आवक से पहले घाटों की सीढियों एवं नदी के पास वाले कार्यों को गुणवत्ता से पूरा कराया जावे।

उन्होंने प्रत्येक घाट के मूल स्ट्रेक्चर के कार्य पूरा होने के साथ ही फसाड एवं सौन्दर्यकरण कार्य को भी हाथ में लेकर निरन्तर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने बैराज गार्डन, चम्बल माता की मूर्ति से लेकर सिंह घाट तक हो चुके निर्माण कार्य का निरीक्षण कर शेष कार्य को निर्धारित समय में पूरा कराने के लिए संशोधन बढाने के निर्देश दिये।

बोट में बैठकर देखी विकास की गति
स्वायत्त शासन मंत्री ने चम्बल नदी में बोट में बैठकर रिवर फ्रंट के दोनों किनारों के प्रगतिरत कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने फ्रंट के प्रवेश द्वार, मन्दिर घाट, जवाहर घाट, सिंह घाट, संस्कृति घाट सहित सभी घाटों के निर्माण कार्य के लिए बनाये गये स्ट्रेक्चर के पूर्ण हो चुके कार्य का निरीक्षण कर फसाड़ कार्य के लिए निर्धारित समय तक कार्य पूरा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जहां भी मूल स्ट्रेक्चर कार्य पूरा किया जा चुका है वहां फसाड़ एवं सौन्दर्यकरण कार्य को गति प्रदान की जावे। उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से मॉनिटरिंग करते हुए कार्य की गुणवत्ता के साथ पूरा कराया जावे।

चम्बल रिवर फ्रंट नायाब तोहफा होगा
स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि देश दुनियां के पर्यटकों के लिए चम्बल रिवर फ्रंट नायाब तोहफा होगा। इसकी निर्माण शैली एवं डिजाइन अतुलनीय है, इससे देश ने दुनियाभर के पर्यटक आकर्षित होंगे जिससे कोटा में रोजगार के नये अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट बनने के बाद चम्बल नदी शुद्व होगी तथा बाढ से होने वाले नुकसान को भी रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इसमें आधुनिकता एवं पुरातन संस्कृति जो संगम किया गया वह किसी भी रिवर फ्रंट में देखने को नहीं मिलेगा।

सितम्बर माह तक पूरा कराने का लक्ष्य
स्वायत्त शासन मंत्री ने घोडे वाला सर्किल, एरोड्रम सर्किल एवं किशोर सागर की पाल पर निर्माणाधीन जालिमसिंह की हवेली के कार्य का भी निरीक्षण किया तथा शेष कार्य गति के साथ कराने के निर्देश दिये। उन्होंने जालिमसिंह की हवेली के नक्कासी एवं फसाड़ कार्य को सितम्बर माह तक पूरा कराने का लक्ष्य देते हुए निरन्तर कार्य को गति देने क बात कही। इस दौरान नगर विकास न्यास के विशेषाधिकारी आरडी मीना, सचिव राजेश जोशी, अति. मुख्य अभियंता ओपी वर्मा सहित सबन्धित अभियंता उपस्थित रहे।