कोटा। बैंक ऑफ बड़ौदा में चारों कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर आउटसोर्सिंग के विरोध में 30 मई की जाने वाली हड़ताल स्थगित हो गई है।
बैंक ऑफ बड़ौदा स्टाफ यूनियन राजस्थान के महासचिव ललित गुप्ता और बैंक ऑफ बड़ौदा कर्मचारी यूनियन राजस्थान के महासचिव विनिल सक्सेना ने बताया कि बैंक प्रबंधन स्थाई सफाई कर्मचारियों की भर्ती करने के बजाय आउटसोर्सिंग के माध्यम से सफाई का कार्य करवा रहा है।
इस मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा में कार्यरत चारों कर्मचारी संगठनों (AIBEA, BEFI, INBEF एवम् NOBW) ने देश भर में समस्त क्षेत्रीय कार्यालयों और अंचल कार्यालय प्रमुखों का काली पट्टी बांधकर, पत्रों, ज्ञापनों, धरना, प्रदर्शनों के माध्यम से तथा व्यक्तिगत डेपुटेशन मिलकर ध्यान दिलाया गया।
उन्होंने बताया कि हड़ताल से पूर्व देश भर में बैंक ऑफ बड़ौदा के समस्त 18 अंचल कार्यालयों के समक्ष 20 मई को देशव्यापी धरने, प्रदर्शन का आयोजन किया भी किया गया था । राजस्थान में भी बैंक ऑफ बड़ौदा के जयपुर स्थित अंचल कार्यालय, एयरपोर्ट प्लाज़ा, दुर्गापुरा, जयपुर के सामने एक दिवसीय धरना दिया गया और आउटसोर्सिंग के खिलाफ़ लंच समय में प्रर्दशन किया था ।
उन्होंने बताया कि आंदोलन तहत् कर्मचारी संगठनों ने 30 मई को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आव्हान किया गया था। बैंक आफ बड़ौदा स्टाफ यूनियन के महासचिव गुप्ता ने बताया कि 27 मई को उप केंद्रीय श्रम आयुक्त (Dy. CLC Central) मुंबई की उपस्थिति में प्रबंधन के साथ संपन्न समझोता वार्ता में आउटसोर्सिंग बंद कर उचित समाधान करने पर सहमति जताई गई है। आपसी चर्चा में इस मामले को 45 दिन में सुलझाने की सहमति बनी है। इसके बाद संगठनों द्वारा प्रस्तावित 30 मई की हड़ताल स्थगित करने का फैसला किया है।