नई दिल्ली। ऑटो उद्योग का समय तो कोरोना कॉल से ही खराब होना शुरू हो गया था, जहां हर जगह लॉकडाउन लगने के कारण पूरा व्यापार बंद हो गया था, अब जैसे ही सब-कुछ पहले जैसे पटरी पर आता दिखाई दे रहा है, वैसे ही सेमीकंडक्टर ने ऑटो उद्योग को कम उत्पाद करने पर मजबूर कर दिया है। ऑटो इंडस्ट्री की संस्था सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) ने शुक्रवार को कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी से वाहन निर्माताओं का उत्पादन प्रभावित होने से भारत में यात्री वाहनों की थोक बिक्री में सालाना आधार पर 27 प्रतिशत की गिरावट आई है।
संस्था ने बताया कि पिछले महीने यात्री वाहनों की बिक्री 2,26,353 इकाई रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 3,10,694 इकाई थी। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, डीलरों को दोपहिया वाहनों की डिलीवरी भी अक्टूबर 2020 में 20,53,814 इकाइयों की तुलना में 15,41,621 इकाइयों पर 25 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
मोटरसाइकिल डिस्पैच भी पिछले महीने 26 प्रतिशत घटकर 10,17,874 यूनिट्स हो गई है, जबकि पिछले साल इसका आंकड़ा 13,82,749 यूनिट्स था। सियाम ने कहा कि स्कूटर की बिक्री 21 प्रतिशत गिरकर 4,67,161 इकाई रह गई, जो पिछले साल इसी महीने के दौरान 5,90,507 यूनिट्स रही।
पिछले महीने यात्री वाहनों, तिपहिया, दोपहिया और क्वाड्रिसाइकिल श्रेणियों में वाहनों की बिक्री अक्टूबर 2020 में 23,91,192 इकाइयों से 25 प्रतिशत घटकर 17,99,750 इकाई रह गई।
(SIAM) सोसाइटी के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, “निर्माता वित्तीय वर्ष 2021-22 के शुरुआती हिस्से में बिक्री में भारी गिरावट से उबरने के लिए त्योहारी सीजन पर बैंकिंग कर रहे थे। हालांकि, सेमीकंडक्टर्स की कमी और कच्चे माल की लागत में भारी बढ़ोतरी के चलते सारा प्लान खराब हो रहा है। पिछले महीने, यात्री वाहनों, तिपहिया, दोपहिया और क्वाड्रिसाइकिल का कुल उत्पादन 22,14,745 इकाई रहा, जो अक्टूबर 2020 की 28,30,844 इकाइयों की तुलना में 22 प्रतिशत कम है।