कोटा। कोटा ब्लड बैंक के प्रभारी डाॅ. प्रवीण झा ने कहा कि रक्तदान करने वालों को हृदयाघात की संभावना कम होती है। भारत का एक व्यक्ति वर्ष में एक बार भी रक्तदान करे तो किसी भी मरीज के लिए रक्त की कभी कमी नहीं आएगी। वे रविवार को पंजाबी समाज समिति की ओर से शीतला माता मंदिर पर आयोजित रक्तदान शिविर को संबोधित कर रहे थे।
समिति के प्रवक्ता अजुर्नदेव चड्ढा ने बताया कि रक्त का कोई विकल्प नहीं होता है। जरुरतमंदों का जीवन बचाने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान करना चाहिए। वहीं दूसरों को रक्तदान के प्रति प्रेरित करना चाहिए। दर्शन पिपलानी ने कहा कि रक्तदान किसी की जिन्दगी के लिए वरदान साबित हो सकता है।
सचिव सागर पिपलानी ने कहा कि रक्तदान के प्रति शुरू में भय होता है। रक्तदान करने से आत्मिक शांति का अहसास होता है। चड्ढा ने बताया कि समिति के वरिष्ठ सदस्य विनोद गैरा ने 63वीं बार स्वैच्दिक रक्तदान किया। उनका सदस्यों ने माला पहनाकर स्वागत किया। रक्तदान शिविर में 114 यूनिट रक्त का संग्रह किया गया।

