मुम्बई। Turmeric Price: पिछले महीने हल्दी का वायदा भाव उछलकर नए रिकार्ड स्तर पर पहुंचाया मगर बाद में वह कुछ नरम पड़ गया। आगामी महीनो के दौरान सुनहरे रंग वाली इस मसाला का दाम ऊंचा एवं तेज रहने की संभावना है क्योंकि उत्पादन घटने से प्रमुख मंडियों में इसकी आवक क्रय हो रही है जबकि घरेलू एवं निर्यात मांग मजबूत बनी हुई ह
कुछ उत्साही समीक्षकों का मानना है कि हल्दी का वायदा भाव ऊपर से 23,000 रूपए प्रति क्विंटल के नए रिकार्ड स्तर पर पहुंच सकता है जबकि जुलाई तक हाजिर बाजार मूल्य भी 20,000 रूपए प्रति क्विंटल के करीब पहुंचने के आसार है।
वर्तमान समय ने हल्दी का हाजिर बाजार (स्पॉट मार्किट) का भाव 17,000-18,000 रूपए प्रति क्विंटल के आस-पास चल रहा है जो जनवरी-फरवरी में प्रचलित मूल्य 12,000 रूपए प्रति क्विंटल से 30-35 प्रतिशत ज्यादा है समझा जाता है कि आगे भाव बढ़ने की आशा से किसान हल्दी का स्टॉक रोकने का प्रयास कर रहे है जिससे मंडियों में आपूर्ति का दबाव नहीं बन रहा है।
2023-24 सीजन के दौरान हल्दी के बिजाई क्षेत्र में काफी गिरावट आ गई थी। इसलिए कमजोर मांग के बावजूद इसका भाव तेज रह सकता है।
जब तक उत्पादों का स्टॉक जल्दी-जल्दी मंडियों में नहीं आएगा तब तक कीमतों में तेजी का माहौल बरकरार रह सकता है। जनवरी से अप्रैल तक की मांग पहले ही पूरी हो चुकी है जबकि मई से जुलाई की मांग तेज होने की उम्मीद है।
गत 24 अप्रैल को हल्दी का वायदा मूल्य उछलकर 20,174 रूपए प्रति क्विंटल के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था लेकिन मुनाफा वसूली के कारण बाद में यह कुछ नरम पड़ गया। इरोड के एक नए व्यापारी का कहना है कि मई-जून के दो महीनो में हल्दी का भाव काफी हद तक स्थिर रह सकता है और इसमें 500 रूपए प्रति क्विंटल की तेजी-मंदी आ सकता है।
इस वर्ष बिजाई की स्थिति पर नजर रखना आवश्यक है जबकि मानसून की बारिश अच्छी होने की उम्मीद है। एक विश्लेषक फर्म के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस वर्ष में हल्दी का घरेलू उत्पादन 16 प्रतिशत घटकर 9.70 लाख टन पर सिमटने की संभावना है उत्पादक मंडियों में माल की भरपूर आवक नहीं हो रही है।

