नई दिल्ली। Toll Collection: भारत में फास्टैग (FASTag) से टोल कलेक्शन एक नया रिकॉर्ड बना रहा है। अप्रैल-जून 2025 (Q1 FY26) में पूरे देश में 20,681.87 करोड़ की टोल वसूली हुई है, जो पिछले साल की तुलना में 19.6% ज्यादा है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि अब भारतीय लोग तेजी से डिजिटल टोल भुगतान की तरफ बढ़ रहे हैं। आइए टोल कलेक्शन और यूजर्स के आंकड़े पर एक नजर डालते हैं।
टोल कलेक्शन और ट्रैफिक का आंकड़ा
पैरामीटर | Q1 FY26 (अप्रैल-जून) | Q1 FY25 (पिछला साल) | वृद्धि |
|---|---|---|---|
| टोल कलेक्शन (FASTag से) | ₹20,681.87 करोड़ | ₹17,292.42 करोड़ | 19.6% |
| टोल यूजर्स की संख्या | 117.3 करोड़ ट्रिप्स | 100.98 करोड़ ट्रिप्स | 16.2% |
फास्टैग सिर्फ 15 प्रति ट्रिप
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में ऐलान किया कि 15 अगस्त 2025 से देशभर में एक नया FASTag एनुअल पास (Annual Pass) शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य है हाईवे ट्रैवल को और भी आसान, सस्ता और बिना रुकावट के बनाना है।
FASTag सालाना पास
FASTag सालाना पास के लिए ग्राहकों को 3,000 रुपये सालाना जमा करना होगा, जिसकी वैधता 1 साल या 200 ट्रिप (जो पहले पूरा हो) होना चाहिए। इसकी लागत प्रति ट्रिप लगभग 15 रुपये होगी। यह NHAI या MoRTH की वेबसाइट और राजमार्ग यात्रा ऐप से उपलब्ध होगी।यह सुविधा उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी, जो रोजाना या नियमित रूप से नेशनल हाईवेज पर सफर करते हैं।
टोल में बढ़ोतरी के बावजूद रिकॉर्ड वसूली
गौरतलब है कि 1 अप्रैल 2025 से देशभर में टोल दरों में 4-5% की बढ़ोतरी हुई थी। इसके बावजूद टोल कलेक्शन में भारी उछाल यह बताता है कि भारत में फास्टैग का उपयोग अब आम हो चुका है।
फास्टैग की लोकप्रियता और इसकी आसान प्रक्रिया ने भारत के टोल सिस्टम को स्मार्ट बना दिया है। अब नया सालाना पास सिस्टम ना सिर्फ खर्च कम करेगा, बल्कि सफर को भी फास्ट और फायदेमंद बनाएगा। अगर आप भी हाईवे पर अक्सर सफर करते हैं, तो 15 अगस्त के बाद 3,000 वाला FASTag एनुअल पास आपके लिए एक स्मार्ट चॉइस हो सकता है।

