नई दिल्ली। Service Sector: भारत के सेवा क्षेत्र में मई में भी मजबूती दिखी। एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई। रिपोर्ट के अनुसार लगातार 46वें महीने में सर्विसेज पीएमआई 50 से ऊपर रहा, जो आर्थिक स्थिरता का संकेत है।
रिपोर्ट में बताया गया कि सेवा क्षेत्र सूचकांक मई में 58.8 पर पहुंच गया। अप्रैल महीने की तुलना में इसमें 0.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल में पीएमआई 58.7 था। यह सूचकांक सेवा क्षेत्र की 400 कंपनियों में किए गए मासिक सर्वेक्षण पर आधारित है। पीएमआई भी भाषा में 50 से नीचे होना क्षेत्र विशेष में सिकुड़न और 50 से ऊपर होना विस्तार को दर्शाता है।
रिपोर्ट में कहा गया कि मई में दर्ज हुआ सूचकांक केवल एक प्रश्न पर आधारित है। इसमें पूछा गया था कि अप्रैल महीने की स्थिति के साथ व्यावसायिक गतिविधि का स्तर कैसा है? पता चला कि यह अप्रैल (58.7) के आंकड़े के अनुरूप था। यह विस्तार की तेज दर का संकेत देता है।
नए आंकड़ों से पता चला कि भारत की सेवा गतिविधियां मोटे तौर पर स्थिर रहीं। साथ ही, यह मजबूत मांग, नए ग्राहकों के जुड़ने और अधिक स्टाफिंग क्षमता के कारण कारोबार को समर्थन मिला। रिपोर्ट के अनुसार सेवा क्षेत्र ने पिछले तीन महीनों में तीव्र वृद्धि को बरकरार रखा है। यह इस क्षेत्र में जारी आर्थिक गति को दर्शाता है।
मजबूत वैश्विक मांग ने डाला असर
इसमें कहा गया कि सेवा क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रभाव अंतरराष्ट्रीय मांग में तेज वृ्द्धि ने डाला। पीएमई सर्वेक्षण में पूरे साढे़ 19 साल के इतिहास में निर्यात ऑर्डर में सबसे मजबूत सुधार हुए। फर्मों ने इस प्रदर्शन के चालकों के रूप में एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका जैसे प्रमुख वैश्विक बाजारों से मजबूत मांग का हवाला दिया।
रोजगार में हुई ऐतिहासिक वृद्धि
घरेलू और वैश्विक दोनों ही तरह के नए ऑर्डर में वृद्धि जारी रही। ब्रिकी में लगातार वृद्धि के कारण कई व्यवसायों ने अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई। मई में सेवा क्षेत्र में रोजगार वृद्धि एक नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई।

