राजकोट। Jeera Price: गुजरात में जीरा की नई फसल के कटाई-तैयारी आरंभ होने से मंडियों में इसकी आवक धीरे-धीरे बढ़ने लगी है और अब पुराने स्टॉक की तुलना में नए माल की आपूर्ति ज्यादा हो रही है।
सुप्रसिद्ध ऊंझा मंडी में करीब 6-7 हजार बोरी नए जीरे की औसत दैनिक आवक हो रही है और कीमतों में नरमी के रुख को देखते हुए खरीदार वहां कम सक्रिय है। वे बाजार के स्थिर होने का इंतजार कर रहे हैं। घटते भाव को देखते हुए स्टॉकिस्ट भी अपने पिछले स्टॉक को बाहर निकालने लगे हैं। क्योंकि उन्हें आगामी समय में कीमतों में कुछ और नरमी आने की आशंका है।
जीरे का वर्तमान भाव उत्पादकों के लिए अनुकूल नहीं है लेकिन फिर भी उसे अपना माल बेचने के लिए विवश होना पड़ रहा है।यद्यपि पिछले सीजन के मुकाबले इस बार गुजरात में जीरे के बिजाई क्षेत्र में गिरावट आ गई लेकिन मौसम की हालत सामान्य रहने से उत्पादन संतोषजनक होने की उम्मीद है।
मार्च-अप्रैल के दौरान उत्पादक मंडियों में जीरे की जोरदार आवक होती है इसलिए यदि घरेलू एवं निर्यात मांग मजबूत नहीं रही तो कीमतों में नरमी का माहौल बरकरार रह सकता है।उसके बाद बाजार स्थिर और कुछ तेज हो सकता है। बिजाई कम होने के साथ-साथ उत्पादकता में भी कुछ गिरावट आने की आशंका व्यक्त की जा रही है जिससे ऑफ सीजन में बाजार के मजबूत रहने की संभावना है।

