कोटा। JEE Advanced 2025 Paper Analysis: टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आईआईटी कानपुर की ओर से आयोजित देश की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण परीक्षा- जेईई एडवांस्ड रविवार को 3-3 घंटे की दो पारियों में हुई।
इसमें पेपर-1 सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक, जबकि पेपर-2 दोपहर 2.30 से शाम 5.30 बजे तक हुआ। दोनों पारी के डिफिकल्टी लेवल की बात करें तो यह कुल मिलाकर मीडियम टू हार्ड कहा जा सकता है।
मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने बताया कि स्टूडेंट्स की शुरुआती प्रतिक्रिया के मुताबिक जेईई एडवांस्ड 2025 का डिफिकल्टी लेवल मध्यम से कठिन था। मैथ्स में हमेशा की तरह लम्बे, उलझाने वाले सवाल थे। फिजिक्स वाला पार्ट माध्यम से कठिन और केमिस्ट्री अपेक्षकृत सरल रही। पेपर में कई सवाल ऐसे थे जो पहली नजर में डिफिकल्ट लगे लेकिन हल करने में उतने कठिन नहीं थे। मैथ्स और फिजिक्स दोनों पारी में लेंदी जबकि केमिस्ट्री आसान थी।
माना जा रहा था कि इस बार आईआईटी कानपुर पेपर बना रही है तो वह जरूर कठिन होगा लेकिन उतना ज्यादा कठिन भी नहीं था। विषयवार कठिनाई स्तर की बात करें तो गणित ने छात्रों को सबसे ज़्यादा सोचने पर मजबूर किया और इसे अपेक्षाकृत कठिन माना गया। इसमें लम्बे और समय लेने वाले सवाल थे। फिजिक्स का कठिनाई स्तर मध्यम से कठिन जबकि केमिस्ट्री को आसान बताया गया। कई छात्रों ने बताया कि केमिस्ट्री ने उन्हें समय बचाने में मदद की।
पैटर्न में कोई बदलाव नहीं : परीक्षा पैटर्न में कोई बदलाव नहीं हुआ। इस साल भी पैटर्न पिछले साल के समान था। पूर्णांक पिछले साल के अनुसार 180 ही रहे। कंप्यूटर आधारित (ऑनलाइन) मोड में हुई। परीक्षा में न्यूमेरिकल, एक या अधिक करेक्ट ऑप्शन वाले एमसीक्यू और इन्टिजर टाइप के सवाल पूछे गए थे। दोनों पारी में कुल 96 सवाल पूछे गए थे। इसमें एक पारी में कुल 48 यानी मैथ्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री सहित तीनों सेक्शन में 16-16 सवाल थे। यह प्रश्न बीते 2 साल से पूछे जा रहे 51 से कम है। ऐसे में इस बार तीन प्रश्न कम 2023 और 2024 से पूछे गए हैं। पिछले वर्षों के पैटर्न पर तैयारी करने वाले छात्रों को इसका लाभ मिला।
पेपर 2 का कठिनाई का स्तर अधिक: पेपर 1 की तुलना में पेपर 2 का कठिनाई का स्तर अधिक था। पेराग्राफ पैटर्न के सवाल नहीं पूछे गए। न्यूमेरिकल वेल्यू के 8 सवाल थे। इनमें बच्चों कोई ऑप्शन नहीं मिलता है। इससे दूसरी पारी का डिफिकल्टी लेवल बढ़ गया। इसके अलावा मैथ्स और फिजिक्स माध्यम से कठिन लेवल के थे । इनमें लम्बे और समय लेने वाले कठिन सवाल अधिक थे जबकि केमिस्ट्री में कठिनाई का स्तर पहली पारी की ही तरह आसान था।
दोनों पारी में कुल मिलकर मैथ्स में कैल्कुलस, अलजेब्रा, कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री, प्रोबेबिलिटी, वेक्टर एवं 3डी ज्योमेट्री, फिजिक्स में मैकेनिक्स, रोटेशनल मोशन और लॉज़ ऑफ मोशन, इलेक्ट्रोमैग्नेटिज्म, मॉडर्न फिजिक्स, ऑप्टिक्स, करंट इलेक्ट्रिसिटी, थर्मोडायनैमिक्स और केमिस्ट्री में केमिकल किनेटिक्स, कोऑर्डिनेशन कंपाउंड्स, थर्मोडायनैमिक्स, ऑर्गेनिक रिएक्शन मेकैनिज़्म और बायोमोलेक्यूल्स जैसे चैप्टर्स का वेटेज ज्यादा रहा ।
कोटा में 5 एग्जाम सेंटर : जेईई-एडवांस्ड देश के 222 शहरों में 712 और विदेश में 3 सेंटर्स पर हुई। कोटा में तलवंडी में परिकलक टेस्ट सेंटर, इंद्रप्रस्थ इंडस्ट्रियल एरिया के रोड नंबर पांच पर डिजिटल डेस्क, गोबरिया बावड़ी सर्किल के पास बिट्स एन बाइट्स इंफोकॉम, विश्वकर्मा सर्किल के पास सुभाष नगर में वायबल सोल्यूशंस और रीको इंटरनेशनल एरिया, रानपुर में शिव ज्योति इंटरनेशनल स्कूल सहित सभी 5 परीक्षा केन्द्रों पर सुबह 7 बजे से स्टूडेंट्स की रिपोर्टिंग शुरू हो गई थी। परीक्षार्थियों को कड़ी चैकिंग के बाद सेंटर में प्रवेश दिया गया। परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले सुबह 8.30 बजे कंप्यूटर सिस्टम आवंटित कर दिया गया। उस पर स्टूडेंट का नाम, फोटो एवं जेईई एडवांस रोल नंबर थे। परीक्षा शुरू होने से पहले 25 मिनट विद्यार्थियों ने अपने कम्प्यूटर पर जेईई-एडवांस्ड के इंस्ट्रक्शंस पढ़े।
आपको बता दें कि जेईई-एडवांस्ड परीक्षा का परीक्षा पैटर्न एवं मार्किंग स्कीम कभी भी पहले से निर्धारित नहीं होते हैं। इसलिए कंप्यूटर पर दिए दिशा-निर्देश पढ़ना जरूरी होता है। चूंकि परीक्षा कंप्यूटर आधारित थी, इसलिए छात्रों के पास किसी भी विकल्प को बदलने के लिए रिस्पॉन्स क्लियर करने का विकल्प था, वे इसे समीक्षा, सेव और आगे बढ़ने के लिए नेक्स्ट के लिए चिह्नित कर सकते थे। परीक्षा के दौरान रफ वर्क के लिए स्क्रिबल पैड दिए गए। दिव्यांग विद्यार्थयों को दोनों परीक्षाओं के लिए एक-एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया गया।
9 जून को आएगा परिणाम: जेईई एडवांस 2025 के बाद 22 मई को रेस्पांस जारी किया जाएगा। प्रोविजनल आंसर की 26 मई को ऑनलाइन उपलब्ध होगी जिसके बाद आपत्तियां ली जाएगी। फ़ाइनल आंसर की और परिणाम 02 जून को आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जारी किए जाएंगे। सफल विद्यार्थियों की श्रेणी-वार ऑल इंडिया रैंक जारी होगी। साथ ही विद्यार्थियों को मोबाइल से भी मैसेज भिजवाए जाएंगे। व्यक्तिगत रैंक कार्ड जारी नहीं होंगे।
सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन का रिकॉर्ड: जेईई-मेन परीक्षा में शामिल लाखों विद्यार्थियों में से शीर्ष 2.50 लाख छात्रों को जेईई-एडवांस्ड के लिए योग्य घोषित किया जाता है। इस वर्ष उनमें से 1.90 लाख से अधिक स्टूडेंट्स ने आवेदन किया। यह अब तक का सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन का रिकॉर्ड है। बीते सालों में सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन साल 2023 में 189487 स्टूडेंट्स ने करवाया था जबकि साल 2024 में रजिस्ट्रेशन थोड़ा कम 186584 था।
लड़कियों को सीट मिलने की संभावना अधिक: रविवार को पहली पारी में कुल 1,87,223 कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया। इसमें 1,43,810 लड़के और 43,413 लड़कियां थीं। देश के 23 आईआईटी संस्थानों में बीटेक कार्यक्रमों के लिए कुल 18,500 से अधिक सीटें हैं। 2024 में, 17,740 सीटों पर दाखिला हुआ था। 2025 में 1364 सीटें और बढ़ाई गई हैं। आईआईटी में लड़कियों के लिए सीट मिलने की संभावना अधिक है क्योंकि 20 प्रतिशत सीटें फीमेल-सुपरन्यूमेरेरी कोटे की हैं, जो कि लड़कियों के लिए फीमेल पूल कोटे से अतिरिक्त आवंटित की जाती है।
जेईई एडवांस्ड प्रवेश परीक्षा के पिछले 3 वर्ष के आंकड़ों के अनुसार, इस प्रवेश परीक्षा में फीमेल कैंडिडेट्स की भागीदारी औसतन 22 फीसद ही है। करीब 78 फीसद हिस्सा मेल कैंडिडेट्स का है। ऐसे में लड़कों के मुकाबले लड़कियों की आईआईटी में सीट मिलने की संभावना बढ़ जाती है

