Isabgol Price: ईसबगोल के भाव में 10 से 15 रुपये किलो की तेजी का अनुमान

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नई दिल्ली। लगभग एक माह पश्चात ईसबगोल इंडस्ट्रीज द्वारा ईसबगोल की खरीद शुरू कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि ईसबगोल भूसी पर लगने वाले 5 प्रतिशत जीएसटी को समाप्त करने की मांग को लेकर अक्टूबर के शुरू में इंडस्ट्रीज ने मंडियों से ईसबगोल की खरीद बंद कर दी थी। हालांकि अभी तक इंडस्ट्रीज की मांग मानी नहीं गई है। लेकिन आश्वासन के बाद लिवाली शुरू कर दी है।

वर्तमान में इंडस्ट्रीज की बढ़ती मांग एवं कमजोर मांग के कारण चालू सप्ताह के दौरान ईसबगोल के भाव 200/300 रुपए प्रति क्विंटल के तेजी के साथ बोले जाने लगे हैं ओर ऊंझा मंडी में भाव बढ़कर 1000/1200 रुपए प्रति क्विंटल का हो गया है जबकि आवक 1800/2000 बारी की हो रही है। राजस्थान की नौखा मंडी में ईसबगोल की आवक 1500/1800 बोरी की हो रही है और भाव 10000/11500 रुपए बोले जा रहे हैं।

मेड़ता एवं नागौर मंडी में भाव 10000/11200 रुपए के चल रहे हैं। मध्य प्रदेश की नीमच मंडी में भाव 10000/12200 रुपए के स्तर पर पहुंच गए हैं। आवक 500/600 बोरी की रही। वर्तमान में स्टॉकिस्टों की लिवाली भी सुधरी है। वर्तमान में भाव गत वर्ष की तुलना में कम चल रहे हैं गत वर्ष नवम्बर माह में उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर ईसबगोल के भाव 12000/13000 रुपए के बोले जा रहे थे।

चालू सीजन के दौरान देश में ईसबगोल की पैदावार कम रही। ईसबगोल का मुख्यतः उत्पादन राजस्थान एवं गुजरात में होता है कुल उत्पादन का 70 प्रतिशत ईसबगोल राजस्थान में होता है जबकि 30 प्रतिशत का क्षेत्रफल गुजरात राज्य का होता है प्राप्त जानकारी के अनुसार चालू सीजन के दौरान देश में ईसबगोल की कुल पैदावार 28/30 लाख बोरी की रही थी।

जबकि गत वर्ष उत्पादन 28/40 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी 70/75 किलो) का माना गया था। मगर नई फसल की आवक के समय स्टॉक अधिक रहने के कारण पूरे वर्ष अभी तक ईसबगोल के दाम 3/5 रुपए प्रति किलो मंदा तेजी के बीच ही बने रहे। उल्लेखनीय है कि नई फसल के समय उत्पादक केन्द्रों पर ईसबगोल का स्टॉक 7/8 लाख बोरी का माना गया था।

ईसबगोल की वर्तमान कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। क्योंकि एक ओर जहां भाव गत वर्ष की तुलना में लगभग 10/15 रुपए प्रति किलो नीचे चल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ नई फसल की आवक शुरू होने में 5 माह का समय शेष है। जिस कारण से आगामी दिनों में ईसबगोल के भाव तेज रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है। व्यापारियों का मानना है कि आगामी दिनों में ईसबगोल के भाव 10/15 रुपए प्रति किलो बढ़ने की संभावना है।

निर्यात : ईसबगोल का सर्वाधिक निर्यात अमेरिका को किया जाता है। लेकिन अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर टैरिफ लगा दिए जाने के कारण निर्यात प्रभावित हुआ है। जानकारी के अनुसार चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार माह अप्रैल-जुलाई – 2025 के दौरान ईसबगोल का निर्यात 21351 टन का किया गया जबकि गत वर्ष अप्रैल-जुलाई- 2024 में निर्यात 22613 टन का किया गया था। जुलाई माह में निर्यात बुरी तरह से प्रभावित हुआ। जुलाई- 2024 में ईसबगोल का निर्यात 6588 टन का हुआ था जबकि जुलाई – 2025 में निर्यात 4900 टन का रहा।