Isabgol Price: ईसबगोल के उत्पादन में कमी के बावजूद तेजी की उम्मीद नहीं

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नई दिल्ली। Isabgol Price : गत दो वर्षों से ईसबगोल की पैदावार बढ़ने के पश्चात चालू सीजन के दौरान देश में ईसबगोल की पैदावार घटने के समाचार मिल रहे हैं। कुल उत्पादन का राजस्थान में लगभग 75/80 प्रतिशत का योगदान रहता है। जबकि 15/20 प्रतिशत का योगदान गुजरात का होता है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 के दौरान देश में ईसबगोल की पैदावार 24/25 लाख बोरी की रही थी जोकि वर्ष 2023 में बढ़कर 28/30 लाख बोरी की हो गई। वर्ष 2024 में ईसबगोल की रिकॉर्ड पैदावार 38/40 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी 75 किलो) के स्तर पर पहुंच गई। रिकॉर्ड पैदावार का मुख्य कारण जुलाई 2023 में ईसबगोल के रिकॉर्ड भाव 25500/27000 रुपए प्रति क्विंटल बन जाने के कारण उत्पादक केन्द्रों पर 2024 के लिए रिकॉर्ड बिजाई की गई थी।

गत सीजन में उत्पादकों को उनकी उपज का उचित मूल्य न मिलने के कारण चालू सीजन के दौरान देश में ईसबगोल का उत्पादन 28/30 लाख बोरी का माना जा रहा है। जोकि गत वर्ष की तुलना में लगभग 10 लाख बोरी कम रहेगा। चालू सप्ताह के दौरान गुजरात की ऊंझा मंडी में 4/5 बोरी नए ईसबगोल की आवक का शुभारम्भ हुआ और नए मालों के भाव 4511 रुपए प्रति 20 किलो बोले गए। जबकि पुरानी ईसबगोल का भाव 2300/2800 रुपए प्रति 20 किलो बोला जा रहा है। पुराने ईसबगोल की आवक 3000 बोरी दैनिक की चल रही है।

जानकार सूत्रों का कहना है कि ईसबगोल की कीमतों में हाल-फिलहाल अधिक तेजी की संभावना नहीं है। फरवरी माह के अंत में कीमतों में 300/400 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आने के पश्चात वर्तमान में भाव स्थिर चल रहे हैं। राजस्थान की मेड़ता, नागौर, नोखा मंडी में पुराने मालों के भाव 11500/12800 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि मार्च अंत तक राजस्थान की मंडियों में नए ईसबगोल की आवक शुरू हो जाएगी। हालांकि चालू सीजन के दौरान देश में ईसबगोल की पैदावार कमजोर मानी जा रही है लेकिन गत वर्ष रिकॉर्ड पैदावार के चलते बकाया स्टॉक अच्छा माना जा रहा है।

सूत्रों का मानना है कि वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर ईसबगोल का पुराना स्टॉक 7/8 लाख बोरी के आसपास होगा। जोकि कीमतों को अभी नहीं बढ़ने देगा। व्यापारियों का मानना है कि आगामी दिनों में नए मालों की आवक बढ़ने पर कीमतों में 400/500 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट संभव है जोकि अप्रैल माह में आनी चाहिए।

वर्तमान में राजस्थान की नोखा मंडी में पुरानी ईसबगोल की आवक 600/700 बोरी की चल रही है जबकि मेड़ता एवं नागौर मंडी में आवक 400/500 बोरी की हो रही है। जानकारों का मानना है कि नए मालों की आवक घटने के पश्चात कीमतों में सुधार संभव है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष मार्च 2024 के दौरान उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर ईसबगोल का भाव 16500/17500 रुपए चल रहा था।