नई दिल्ली। छोटी इलायची की वर्तमान कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। सूत्रों का कहना है कि उत्पादक केन्द्रों पर नीलामियों के दौरान छोटी इलायची की आवक धीरे-धीरे घटने लगी है। इसके साथ ही निर्यातकों की लिवाली में भी सुधार दर्ज किया गया है। जिस कारण से हाल ही में नीलामी केन्द्रों पर छोटी इलायची के भाव भी 30 रुपए प्रति किलो तक तेजी के साथ बोले जाने लगे थे।
लेकिन बढ़े भावों पर मांग प्रभावित होने से बढ़ते भाव रुक गए हैं। वर्तमान में नीलामी केन्द्रों पर छोटी इलायची के औसत भाव 2400/2450 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि वर्तमान में चौथी पीकिंग का माल नीलामी केन्द्रों पर आ रहा है। आगामी दिनों में नीलामी केन्द्रों पर आवक और घटेगी। उल्लेखनीय है कि छोटी इलायची की फसल 6/7 पीकिंग में आती है। फरवरी माह में रमजान होने के कारण जनवरी माह में निर्यातकों के अलावा लोकल मांग में भी वृद्धि होगी।
चालू सीजन के दौरान देश में छोटी इलायची की पैदावार गत वर्ष की तुलना में अधिक होने के समाचार मिल रहे हैं। इस वर्ष देश में छोटी इलायची का उत्पादन 28/30 हजार टन होने के व्यापारिक अनुमान है जबकि गत वर्ष उत्पादन 23/25 हजार टन का माना गया था। वर्ष 2023 में उत्पादन 28/30 हजार टन का रहा था ।
तेजी-मंदी
सूत्रों का मानना है कि आगामी दिनों में उत्पादक केन्द्रों पर आवक घटने के अलावा क्वालिटी भी हल्की आनी शुरू हो जाएगी। जिस कारण से अच्छी क्वालिटी के मालों में निर्यातक मांग बनी रहने की संभावना है। इसके अलावा ग्वाटेमाला में भी आशानुरूप पैदावार न होने एवं भारतीय इलायची की तुलना में ग्वाटेमाला की क्वालिटी हल्की होने के कारण आगामी दिनों में भारतीय इलायची का निर्यात बढ़ने की संभावना है। जिस कारण छोटी इलायची की कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। वर्तमान दिल्ली बाजार में छोटी इलायची के क्वालिटीनुसार भाव 2400/3250 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे हैं।
आयात
देश में पर्याप्त उत्पादन होने के बावजूद आयातक ग्वाटेमाला से छोटी इलायची का आयात करते हैं क्योंकि क्वालिटी हल्की होने के कारण आयात सस्ते भावों पर पड़ता है और आयातित माल की मिक्सिंग की जाती है लेकिन चालू सीजन के दौरान आयात की संभावना कम ही है क्योंकि ग्वाटेमाला में भाव काफी ऊंचे चल रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्वाटेमाला में वर्तमान में छोटी इलायची का भाव 25/35 डॉलर प्रति किलो बोला जा रहा है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020-21 में छोटी इलायची का आयात केवल 311 टन का रहा था जोकि वर्ष 2023-24 में बढ़कर 2552 टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। वर्ष 2024-25 में आयात 1318 टन का किया गया।
निर्यात के आंकड़े
गत वर्ष ग्वाटेमाला में उत्पादन कम रहने के कारण भारतीय छोटी इलायची के निर्यात में मात्रात्मक रूप में 86 प्रतिशत एवं आय में 124 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की गई है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2025-26 के प्रथम सात माह अप्रैल-अक्टूबर – 2025 के दौरान छोटी इलायची का निर्यात 6827 टन का रहा और निर्यात से प्राप्त आय 1649 करोड़ रुपए की रही। जबकि अप्रैल-अक्टूबर-2024 के दौरान छोटी इलायची का निर्यात 3663 टन का किया गया था और प्राप्त आय 737.44 करोड़ की रहेगी वर्ष 2024-25 के दौरान छोटी इलायची का कुल निर्यात 6728 टन का रहा था। वर्ष 2021-22 के दौरान छोटी इलायची का रिकॉर्ड निर्यात 10571 टन का रहा था।

