AMRUT 2.0: 395 करोड़ से कोटा की हर कॉलोनी में 24 घंटे होगी पेयजल आपूर्ति

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  • अमृत 2.0 पेयजल योजना की डीपीआर स्वीकृत, फरवरी में होगें टेंडर
  • 43500 नए नल कनेक्शन होंगे जारी, एक चौथाई आबादी होगी लाभान्वित

कोटा। AMRUT 2.0 Scheme: 395 करोड़ रुपए की लागत से शहर की हर कॉलोनी में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति का सपना साकार होगा। अमृत 2.0 योजना के तहत दोनों नगर निगमों के अधीन हर क्षेत्र में 24 घंटे जलापूर्ति की सुविधा मुहैया कराने के लिए जलदाय विभाग ने विस्तृत डीपीआर बनाई है।

बीते दिनों जयपुर में हुई तकनीकी समिति की बैठक में डीपीआर को स्वीकृति मिल चुकी है। योजना के तहत जल्द ही यहां नई पाइप लाइन बिछाने, वॉटर ट्रीटमेंट प्लान्ट, ओवरहेड टैंक निर्माण और घरों में मीटर लगाने के साथ अन्य कार्यों के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे, अप्रेल में धरातल पर काम प्रारम्भ हो जाएगा।

दोनों निगम क्षेत्र में तकरीबन 400 कि.मी. की नई डिस्ट्रिब्यूशन लाइन बिछाई जाएगी। इसके साथ ही डीसीएम रोड स्थित शिवाजी पार्क में 1000 लाख ली. व रानपुर में 400 लाख लीटर का वॉटर ट्रीटमेंट प्लान्ट भी बनाया जाएगा।

अमृत 2.0 के तहत उत्तर में 21 हजार व दक्षिण में 22,500 नए कनेक्शन जारी किए जाएंगे, योजना के क्रियान्वयन से कोटा की लगभग एक चौथाई आबादी को 24 घंटे जलापूर्ति की सुविधा मिलेगी। यह परियोजना न केवल पेयजल की समस्या का समाधान करेगी, बल्कि जल प्रबंधन को भी सुदृढ़ बनाएगी।

उत्तर के लिए 175, दक्षिण के लिए 220 करोड़
सभी जनप्रतिनिधियों के सुझाव के अनुसार डीपीआर तैयार की गई है। कोटा उत्तर निगम के लिए करीब 175 करोड़ रुपए और कोटा दक्षिण निगम के लिए 220 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। कोटा दक्षिण निगम के रानपुर, नया गांव, आंवली रोझड़ी, विवेकानंद नगर, आरके पुरम के आसपास के क्षेत्र वहीं उत्तर निगम के नांता, थेकड़ा, देवली अरब, रायपुरा और धाकड़खेड़ी तक के इलाके शामिल हैं। वहीं बालाकुंड, विज्ञाननगर, सुभाष नगर, महावीर नगर प्रथम, तृतीय, व छावनी-कोटड़ी क्षेत्र में जर्जर हो चुकी पाइपलाइन को बदलकर नई पाइपलाइन बिछाई जाएगी।

2027 तक होने लगेगी 24 घंटे जलापूर्ति
जलदाय विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहर में 30 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजना बनाई गई है। शहर के समुचित विकास के साथ, नवीन कॉलोनियों, राजकीय संस्थानों, एयरपोर्ट, औद्योगिक क्षेत्रों व पेयजल समस्या वाले हर क्षेत्र में दीर्घकालीन समाधान होगा। अमृत 2.0 का काम 3 साल में पूरा कर लिया जाएगा। 2027 तक लोगों के घरों में 24 घंटे जलप्रदाय की शुरुआत हो जाएगी।

अमृत 2.0 योजना के तहत ये होंगे काम

  • रानपुर और शिवाजी पार्क में बनेंगे 1400 लाख लीटर के वॉटर ट्रीटमेंट प्लान्ट
  • शहर में 400 कि.मी. की नई पाइपलाइन बिछाई जाएगी
  • 43500 नए नल कनेक्शन होंगे जारी
  • उत्तर में 5 व दक्षिण 10 नए वॉटर हेड बनेंगे
  • कोटा यूनिवर्सिटी के पास बनेगा ब्रेक प्रेशर टैंक (2.17 करोड़)
  • यूनिवर्सिटी के पास रॉ वॉटर जलाशय व पम्प हाऊस का होगा निर्माण (6.40 करोड़)
  • अकेलगढ़ में नए पम्पहाउस का निर्माण, पुराने पम्प हाऊस का होगा जीर्णोद्धार
  • मास्टर कन्ट्रोल रूम से ऑपरेट होंगे समस्त वॉल्व
  • आईटी तकनीक पीएलसी/स्काडा से होगी मॉनिटरिंग

यहां बनेंगे वॉटर हेड (कोटा उत्तर)

  • श्री राम रेयन्स के सामने प्रेम नगर 25 लाख लीटर
  • मधुबन कॉलोनी 31 लाख लीटर
  • राजकीय स्कूल हनुमतखेड़ा 20 लाख लीटर
  • सोगरिया 10 लाख लीटर
  • जिंद बाबा मंदिर 15 लाख लीटर

कोटा दक्षिण

  • बालाकुण्ड 12.50 लाख लीटर
  • जाट समाज 20 लाख लीटर
  • पटवार ट्रेनिंग स्कूल 20 लाख लीटर
  • आंवली ग्राम 20 लाख लीटर
  • विवेकानंद नगर 20 लाख लीटर
  • महावीर नगर द्वीतीय 12.50 लाख लीटर
  • महावीर नगर प्रथम 10 लाख लीटर
  • सुभाष नगर 20 लाख लीटर
  • सहा. अभि. नगर उपखण्ड III कार्यालय 15 लाख लीटर
  • फॉरेस्ट ऑफिस तालाब गांव 9 लाख लीटर

पेयजल समस्या का स्थायी समाधान होगा
हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना हमारा नैतिक दायित्व है। अगले दो वर्षों में हर आवासीय कॉलोनी तक चंबल का पानी पहुंचाएंगे। अमृत 2.0 योजना के माध्यम से पेयजल वितरण तंत्र तो सुदृढ़ होगा ही, शहर में पेयजल समस्या का स्थायी समाधान भी होगा।
ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष