पांच रुपये तक सस्ता हो सकता है पेट्रोल, कई राज्यों में अभी 100 रुपये के पार

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नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों से जल्द राहत मिल सकती है। दरअसल, ओपके और सहयोगी देशों द्वारा कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने और दुनियाभर में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामले ने कच्चा तेल पर दबाव बढ़ा दिया है। इससे कच्चे तेल में गिरावट दर्ज की जा रही है। हाल के दिनों में ब्रेंट क्रूड 78 डॉलर प्रति बैरल से टूटकर 68 डॉलत तक आ गया है। इससे आने वाले दिनों में भारतीय बाजार में पेट्रोल-डीजल सस्ता होना तय है। हालांकि, मंगलवार को कच्चे तेल की कीमतें एक बार फिर बढ़ी हैं।

आईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (कमोडिटी एवं करेंसी) अनुज गुप्ता ने बताया कि ओपेक देशों द्वारा उत्पादन बढ़ाने के फैसले और कोरोना के बढ़ते मामले ने कच्चे तेल पर दबाव बढ़ा दिया है। इसके चलते कच्चे तेल में गिरावट आगे भी जारी रहने वाली है। इस हफ्ते के अंत तक या अगले हफ्ते कच्चा तेल टूटकर 65 डॉलर के करीब पहुंच सकता है।

ऐसा होने पर भारतीय बाजार में पेट्रोल तीन से पांच रुपये सस्ता हो सकता है। ऐसा इसलिए कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 65 डॉलर के पास था तो यहां पेट्रोल की कीमत 97 रुपये के आसपास थी। अब यह करीब 103 रुपये प्रति लीटर है। यानी फिर से 65 डॉलर पहुंचने पर पांच रुपये तक की कटौती की उम्मीद की जा सकती है।

क्रेडिया कमोडिटी के डायरेक्‍टर अजय केडिया ने कहा कि कच्चे तेल में जल्द बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। ऐसा इसलिए कि ओपेक और सहयोगी देशों ने उन पांच राष्ट्रों में कच्चे तेल के उत्पादन को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है, जिन पर पूर्व में इस संबंध में रोक लगाई गई थी।

इसमें इराक, कुवैत, रूस, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अपना उत्पादन बढ़ाएंगे। वहीं, कोरोना के मामले फिर से बढ़ने से कच्चे तेल की वैश्विक मांग प्रभावित हो रही है। ये कच्चे तेल में कमी लाने का कारण बनेंगे। इसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा। ब्रेंट क्रूड टूटकर 65 डॉलर के करीब आ जाएगा। यह भारत जैसे देशों के लिए बड़ी राहत की खबर होगी।