कोटा। रॉयल्टी ठेकेदार द्वारा ओवरलोडिंग की वसूली के विरोध में झालावाड़ व रामगंजमंडी के कोटा स्टोन व्यापारियों में रोष है। पिछले 3 दिन से झालावाड़ के व्यापारियों ने स्टोन लदान का काम बन्द कर रखा है। उनके समर्थन में रामगंजमंडी के स्टोन व्यापारी भी उतर गए है। कोटा स्टोन एसोसिएशन रामगंजमंडी के सचिव अखिलेश मेड़तवाल ने बताया कि व्यापारी 25 किमी दायरे में ओवर लोडिंग की परमिशन की मांग कर रहे है, ताकि अवैध वसूली पर रोक लगाई जा सके।
दरअसल झालावाड़ व कोटा जिले में मिलाकर कोटा स्टोन के 1 हजार व्यापारी है। रोज 1200 से 1500 गाड़ियों में स्टोन का लदान होता है। इस कारोबार से 2 लाख मजदूर जुड़े हुए है। सरकार द्वारा गाड़ी में 11 टन की परमिशन है। 11 टन से अधिक माल होने पर रॉयल्टी ठेकेदार द्वारा ओवर लोडिंग की राशि ली जाती है। ज्यादातर गाड़ियों में 11टन की जगह 20 से 25 टन माल लदान किया जा रहा है। रॉयल्टी ठेकेदार द्वारा ओवर लोडिंग की राशि वसूलने का झालावाड़ के व्यापारियों ने विरोध जताया। करीब 10 से 15 व्यापारियों ने झालावाड़ से रामगंजमंडी तक कोटा स्टोन का लदान बन्द कर दिया। इसके बाद एसोसिएशन के पदाधिकारी भी उनके समर्थन में उतर गए। 25 किमी के दायरे में ओवर लोडिंग की परमिशन की मांग करने लगे।
क्या है मामला
पहले रॉयल्टी का ठेका एक ही फर्म के पास था। अब झालावाड़ व कोटा जिले में रॉयल्टी का ठेका अलग अलग फर्म के पास है। वर्तमान में 126.50 रुपये प्रति टन रॉयल्टी ली जा रही है। झालावाड़ से रामगंजमंडी आने वाली कोटा स्टोन की गाड़ियां से झालावाड़ जिले की फर्म द्वारा रॉयल्टी वसूली जाती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 11 टन से ऊपर होने पर ठेकेदार द्वारा 800 से 1000 रुपए ओवर लोडिंग के लिए जा रहे है। जब यही गाड़ी रामगंजमंडी की ओर आती है तो कोटा की फर्म भी ओवर लोडिंग पर रॉयल्टी वसूलती है। इसी बात को लेकर व्यापारियों में रोष है।कि एक गाड़ी पर दो जगह ओवर लोडिंग का क्यों वसूली जा रही है।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार के नियमुनसार 11 टन वजन की परमिशन के अधिकृत किया हुआ है। हमारे क्षेत्र में ओवर लोड वाहन नही चल रहे है। दूसरी जगहों से ओवर लोड वाहन आएंगे, तो यहां के वाहन भी ओवर लोड के लिए बोलेंगे। सरकार ओवर लोड ले जाने की सहमति देती है तो हमे कोई आपत्ति नही है।