कोटा। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कोटा पहुंचते ही कोविड अस्पताल का दौरा किया। बिरला ने सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक (एसएसबी) में PPE किट पहनकर मरीजों के हाल जाने। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के बावजूद वेंटीलेटर, आईसीयू और ऑक्सीजन बेड्स नहीं बढ़ाने पर अस्पताल प्रशासन के सामने नाराजगी व्यक्त की।
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने सुपर स्पेशलिटी विंग में जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़ व मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के साथ बैठक कर उपचार सुविधाओं की समीक्षा की। बिरला ने कहा कि हमारी तैयारी इतनी व्यापक होनी चाहिए कि कितनी भी बड़ी बीमारी आ जाए, हम उसको नियंत्रित कर सकें। इसके लिए आवश्यक है कि हम ग्रामीण क्षेत्रों में भी सीएचसी और पीएचसी स्तर पर चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत बनाएं ताकि ग्रामीणों को वहीं समुचित उपचार मुहैया कराया जा सके।
लोकसभा अध्यक्ष ने आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के बावजूद वेंटीलेटर, आईसीयू और ऑक्सीजन बेड्स नहीं बढ़ाने पर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि ऑक्सीजन की कमी की आशंका के कारण अस्पताल प्रशासन ने बेड नहीं बढ़ाए जबकि उन्होंने कई बार आश्वस्त किया था कि वे ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देंगे। बेड नहीं बढऩे के कारण कई मरीजों ने उपचार के अभाव में ही दम तोड़ दिया। हम उन लोगों को बचा नहीं पाए, इसकी पीड़ा जिन्दगी भर मेरे दिल में रहेगी।
मीडिया से बातचीत में स्पीकर ओम बिरला ने कोरोना रोकथाम के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि गांवों- शहरों में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सतर्कता व सावधानी बरतनी पड़ेगी। गांव ढाणियों में कोरोना संक्रमण इस बार तेजी से फैला है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण आईसीयू बेड नहीं बढ़ाए गए थे। इस बात को लेकर दुखी हूं। अधिकारियों को निर्देश दिया कि आईसीयू में बेड बढ़ाए जाएं। बिरला ने कहा कि भविष्य में ऑक्सीजन के मामले में सभी जगह आत्मनिर्भरता हो, इसके लिए केंद्र और राज्य दोनों प्रयास कर रहे हैं।
उपलब्ध होगी वैक्सीन: बिरला ने बताया कि भविष्य में जेके लोन अस्पताल में पर्याप्त संसाधन हो इसकी भी प्लानिंग तैयार की है। उन्होंने कहा कि आधारभूत ढांचा मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। वैक्सीनेशन को लेकर बिरला ने कहा कि राज्यों ने टेंडर प्रक्रिया की है। जैसे-जैसे उत्पादन बढ़ेगा, वैसे-वैसे वैक्सीन उपलब्ध होगी।
हर घर के सर्वे पर जोर: उन्होंने कहा कि गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना की जांच हो, साथ में वहां इलाज भी हो। समीक्षा बैठक में इस बात का आग्रह किया कि गांव में हर घर का सर्वे, जांच व ट्रेसिंग होनी चाहिए। ताकि संक्रमण की चेन को गांव में ही रोक पाए।