जयपुर। राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के सभी शहरों में शाम को वीकेंड लॉकडाउन से पहले जैसे ही बाजार बंद हुए, सड़कों पर जाम के हालात बन गए। ट्रैफिक की स्थितियां बिगड़ गईं, यहां-वहां से बचते, निकलते दोपहिया वाहनों के बीच चौपहिया वाहन फंसते रहे। वाहनों की लंबी कतार, हॉर्न की आवाज और बाजार का शोरगुल, कुछ ऐसी ही स्थितियां वीकेंड कर्फ्यू के नजारे को बयां कर रहे थे।
जयपुर में चारदीवारी क्षेत्र इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित दिखा। शाम होते-होते हर दुकान पर चर्चा थी कि 5 बजते ही दुकान बंद करनी है, नहीं तो जुर्माना लग जाएगा। उससे पहले ही पुलिस माइक से अनाउंस करती रही, 6 बजे से कर्फ्यू है, आप 5 बजे तक दुकानें बंद कर दें। दुकानदारों ने आधा घंटे पहले ही सामान समेटना और जमाना शुरू कर दिया।
जैसे ही 5 बजे, सड़कों पर ऐसे अचानक लोग निकल कर आए, जैसे कोई जलसा खत्म हुआ और लोग उसमें से बाहर आ रहे हों। छोटी-छोटी दुकानों पर कई-कई कर्मचारी काम करते हैं, जो या तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाते हैं या पैदल। इसलिए सड़कों पर पैदल चलते लोगों के बीच वाहन रेंगते-खिसकते रहे।
अलवर में घंटाघर, त्रिपोलिया, पंसारी बाजार, होपसर्कस समेत तमाम बाजारों के हालात कुछ इसी तरह के दिखाई दिए। कई जगह जाम लगते रहे। हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने पूरे बाजार में चौपहिया वाहनों के रास्ते बंद किए हुए हैं, इसके बावजूद एक साथ बाजार बंद होने से एकदम लोगों की भीड़ सड़कों पर दिखाई दी।
बंद कर लो दुकान
नागौर के बाजारों में पुलिस ने चार बजे से ही घूमना शुरू कर दिया था। पुलिस की जीप से अनाउंस किया जा रहा था कि बाजार बंद होने का समय हो रहा है, आप अपना सामान समेट लें। जैसे ही पांच बजे, पुलिस ने शटर डाउन करा दिए।
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