मुंबई। NIA की कस्टडी में फंसे निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वझे एक से बढ़कर एक कई राज खोल चुके हैं। NIA सूत्रों के मुताबिक इनमें लग्जरी गाड़ियों की जानकारी, मनसुख मर्डर केस में संलिप्तता एवं जिलेटिन कांड समेत हफ्तावसूली का रैकेट चलाना मुख्य रूप से शामिल है। हालांकि, वझे के वकील ने NIA के आरोपों को खारिज किया है, लेकिन NIA के वकील द्वारा NIA स्पेशल कोर्ट में दी गई दलील में वझे पर तमाम आरोप सबूत समेत लगाए हैं।
इस कड़ी में ताजा मामला वझे के बैंक खाते में 1.5 करोड़ रुपये होने की नई बात सामने आई है, NIA के वकील ने कोर्ट में इसकी उचित एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। बताया गया है कि यह रकम वझे के उस कारोबार से जुड़ी है, जिसके वह डायरेक्टर हैं।
अब तक 50 से अधिक पुलिसकर्मियों से पूछताछ
जिलेटिन कांड और मनसुख मर्डर केस में NIA अब तक मुंबई पुलिस के करीब 50 से अधिक पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर चुकी है और रोजाना किसी न किस अधिकारी को बुलाकर पूछताछ की जा रही है। मनसुख मर्डर मिस्ट्री मामले में गिरफ्तार विनायक शिंदे और नरेश गौर से NIA की हुई पूछताछ में भी काफी जानकारी बाहर आईं हैं। इन्हीं जानकारी में इस मर्डर केस में वझे की संलिप्तता भी सामने आई हैं, जिसमें वझे ने इस वारदात को करने के लिए कई लोगों ने अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया है। इनमें प्रदीप शर्मा भी शामिल हैं, जिनसे दो दिनों से पूछताछ जारी है।
सूत्रों की मानें, तो इस घटना के सूत्रधार सचिन वझे से मिलने 2 से 5 मार्च के बीच कई अधिकारी उसके पुलिस मुख्यालय स्थित सीआईयू केबिन में पहुंचे थे। 5 मार्च को मनसुख हिरेन की लाश ठाणे के रेती बंदर खाड़ी में मिलने से पहले वझे की गतिविधियां काफी संदिग्ध थीं। इनमें वझे के साथ वरिष्ठ अधिकारियों की मुलाकात NIA अधिकारियों को सबसे ज्यादा खटक रही है।