मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस अधिकारी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा बुधवार को एनआईए के सामने पेश हुए। प्रदीप शर्मा से पूछताछ ऐसे समय में हो रही है जब निलंबित और गिरफ्तार किए गए मुंबई पुलिस अधिकारी सचिन वेज को विशेष एनआईए अदालत में आज पेश किया जाना है। बता दें, प्रदीप शर्मा 2004 की उस एनकाउंटर टीम का एक हिस्सा थे, जो सचिन वाजे भी शामिल रहे थे।
इससे पहले बुधवार को मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह व्यापारी मनसुख हिरेन की हत्या और एंटीलिया बम कांड मामले की जांच में अपना बयान दर्ज करने के लिए एजेंसी पहुंचे थे और अब प्रदीप भी एनआईए दफ्तर पहुंच चुके हैं।
कौन हैं प्रदीप शर्मा?
पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा मुंबई पुलिस के मुठभेड़ दस्ते का हिस्सा थे, जिसमें सचिन वज़े और अन्य अधिकारी भी शामिल थे। पूर्व एनकाउंटर सिपाही ने 30 से अधिक वर्षों तक सेवा देने के बाद 2019 में मुंबई पुलिस छोड़ दी, जिसके बाद वह शिवसेना में शामिल हो गए और नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र से 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़े, हालांकि वहां से उन्हें हार मिली थी। गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण प्रदीप शर्मा सेवा से निलंबित कर दिए गए था लेकिन साल 2017 में विभाग में उनकी वापसी हुई थी।
परमबीर ने की वाजे की बहाली
सचिन वाजे, परमबीर सिंह का वो सुपर कॉप जो कई सालों के बाद अचानक मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच में बहाल हो गया. इस दौरान उनपर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक रखने से लेकर मनसुख की हत्या का भी आरोप लगा। लेकिन वाजे की बहाली आखिर हुई कैसे? इन सब के बीच रिपब्लिक भारत के पास परमबीर सिंह की बहाली वाली वो चिट्ठी भी मौजूद है, जो चीख-चीख कर इस बात की गवाही दे रही है कि परमबीर ने ही वाजे की बहाली की थी। परमबीर की चिट्ठी में साफ लिखा है कि क्राइम ब्रांच की सभी बहाली पुलिस कमिश्नर के आदेश पर ही होगी। यह आदेश दिया जाता है कि अब से मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच के अंतर्गत सभी विभागों के प्रमुखों और प्रभारियों की नियुक्ति और तबादला मुंबई पुलिस आयुक्त के आदेश पर ही होगा।