कोटा। भारतीय किसान संघ की ओर से देश की आयात निर्यात नीति किसानों के अनुकूल बनाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। प्रान्त मंत्री शंकरलाल नागर ने पत्र में कहा कि किसानों को कृषि जिन्सों की उत्पादन लागत भी नहीं मिल पा रही है। सरकार में बैठे कर्मचारी और अधिकारी कृषि जिन्सों का मूल्य महंगाई और उपभोक्ता के हित में लागू कर रहे हैं।
जबकि उत्पादक किसान दिनोंदिन कर्ज में डूबता जा रहा है। आज किसान कृषि से विमुख होकर बेरोजगार हो गया है। किसानों की रबी की फसल तैयार होकर बाजार में समर्थन मूल्य से कम कीमत पर बिक रही है। उन्होंने बताया कि बाजार में गेहूं 1700 तथा चना 4400 रुपए प्रति क्विण्टल बिक रहा है। जबकि गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 तथा चने का 5100 रुपए प्रति क्विण्टल है।
इस तरह किसानों को उत्पादन लागत भी नहीं मिल रही है। जबकि गेहूं की उत्पादन लागत 2370 रुपए तथा चने की उत्पादन लागत 4757 रुपए प्रति क्विण्टल है। उन्होंने कहा कि किसानों के हित को सुरक्षित करने के लिए गेहूं का निर्यात किया जाए तथा चने की दाल पर आयात शुल्क बढाया जाए। वहीं किसान की सम्पूर्ण कृषि जिन्स समर्थन मूल्य पर खरीदी जाए।