बैंक कर्मी एवं अधिकारियों ने निजीकरण के विरोध में दिया धरना

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बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा के बाहर धरना देते बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी।

कोटा। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में 15 व 16 मार्च को युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आव्हान पर होने वाली बैंक हड़ताल को सफल बनाने के लिए सोमवार को बैंक कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने सुबह 11 बजे से सायं 5 बजे तक बैंक ऑफ बड़ौदा की झालावाड़ रोड शाखा के समक्ष धरना दिया। जिसमे विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया सरकार के निजीकरण के निर्णय के विरोध में धरने के दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

धरना स्थल पर हड़ताल क्यों, निजीकरण के दुष्प्रभाव, कृषि ऋणों में कमी करने, ग्रामीण शाखायें बंद करना, युवाओं को रोजगार के अवसर समाप्त होना, सेवा प्रभारों में वृद्धि होना शामिल होने संबंधी बेनर लगाए गए थे। शाम को धरना स्थल पर प्रदर्शन किया गया।

बैंक कर्मी नेता ललित गुप्ता, पदम पाटोदी, रमेश सिंह, डी एस साहू, आर बी मालव, अनिल ऐरन, डी के गुप्ता, हेमराज सिंह गौड़, यतीश शर्मा, नरेंद्र सिंह तथा अधिकारी नेता आरके जैन,अरविंद मीणा, प्रमोद माथुर, आईएल मीणा, पीके सिंह, छोटूलाल मीणा, हिमांशु नंदवाना, हेमराज धाकड़, सुरेश गर्ग आदि ने धरने का नेतृत्व किया। बीमा कर्मी नेता वालिया तथा टीजी विजय कुमार ने भी धरना स्थल पर संबोधित कर निजीकरण के विरोध में बैंककर्मी आंदोलन का समर्थन किया।