कोटा। कोटा डिस्ट्रिक्ट सेंटर हॉस्टल एसोसिएशन की साधारण सभा की बैठक रविवार को एक रिसोर्ट पर संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कोटा डिस्ट्रिक्ट सेंटर हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने की। बैठक में सभी सदस्यों ने सन् 2009 से लेबर सेस की वसूली को अवैधानिक बताते हुए इसका विरोध दर्ज करवाया। एसोसिएशन के महासचिव अनिल अग्रवाल ने पिछले 10 माह में एसोसिएशन द्वारा किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी।
लेबर सेस नोटिस का विरोध: शिखरचंद जैन ने बताया कि लेबर सेस कानून में मूलधन पर तीन से चार गुना ब्याज एवं पेनल्टी लगाई गई है। साथ ही जो वेरिफिकेशन का आकलन किया है, वह पूरी बिल्डिंग की वैल्यू पर किया गया है। जबकि लेबर सेस सिर्फ लेबर चार्ज पर ही बनता है। सदस्य नीरज वर्मा ने कहा कि लेबर सेस एक्ट के तहत 10 से अधिक मजदूर लगाए जाने पर ही यह कानून लागू होता है। डिस्ट्रिक्ट सेंटर जवाहर नगर में 16× 30 साइज के छोटे भूखंड हैं। जिस पर 10 से अधिक लेबर काम में नहीं ली गई तो इसका आकलन किस आधार पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण के वर्ष निर्धारण में भी दिए गए नोटिसो में बहुत सारी खामियां है।
विद्युत लोड पर स्थाई शुल्क बढ़ाने का विरोध: सदस्य सुरेंद्र कलवार ने कहा कि जब यूडी टैक्स वसूला जा रहा है, तो लेबर सेस का कोई औचित्य नहीं बनता है। डॉ. अमित गौतम ने कहा की डिस्ट्रिक्ट सेंटर क्षेत्र को आदर्श क्षेत्र बनाने के लिए हम सभी हॉस्टल व्यवसायियों के संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। सदस्य दीपक सिंघल ने कहा कि बिजली विभाग द्वारा लोड पर स्थाई शुल्क बढ़ाए जाने के प्रस्ताव का संयुक्त रुप से विरोध किया जाए। पहले ही बिजली के बिलों में फ्यूल सरचार्ज सहित कई शुल्क विभाग ने उपभोक्ताओं पर लगा कर भार डाल रखा है। इसके लगने से बिजली की दर में एक से डेढ़ रुपया प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हो जाएगी।
अतिक्रमण हटाने का प्रयास हो: एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बीएस आनंद ने फायर की एनओसी के बारे में सदस्यों को जानकारी दी। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिर्राज मीणा एवं कोषाध्यक्ष सुरेंद्र गोयल ने कहा कि जवाहर नगर डिस्ट्रिक्ट सेंटर क्षेत्र में करीब 30 से 35 हजार विद्यार्थी कोचिंग लेते हैं, जिनकी सुरक्षा एवं देखभाल यहां के हॉस्टल व्यवसायियों द्वारा पूरी सतर्कता के साथ की जाती है। इन क्षेत्रों में हो रहे अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन का सहयोग लिया जाये। जिससे इस क्षेत्र में अवांछनीय गतिविधियां नहीं पनप सके।
आंदोलन की चेतावनी: अंत में बैठक को संबोधित करते हुए कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव एवं कोटा डिस्ट्रिक्ट सेंटर हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि सरकारी महकमों द्वारा लेबर सेस के नाम से लाखों रुपए के नोटिस, बिजली की दरें एवं स्थाई शुल्क बढ़ाए के प्रयास किए जा रहे हैं, जो सैद्धांतिक रूप से अनुचित है। माहेश्वरी ने सरकार से इनको स्थगित करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि मांग नहीं मानी तो कोटा के व्यवसायियों को आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने सभी हॉस्टल व्यवसायियों को पुनः हॉस्टल संचालन एवं नाइट कर्फ्यू हटवाने के लिए दिए गए सहयोग के लिए हार्दिक आभार प्रकट किया है।
इनका किया अभिनंदन: इस अवसर पर कोटा डिस्ट्रिक्ट सेंटर हाँस्टल एसोसिएशन द्वारा चंबल हॉस्टल एसोसिएशन के नव निर्वाचित अध्यक्ष भगवान बिरला, महासचिव अशोक लड्ढा, क्षेत्र के वार्ड पार्षद, एसोसिएशन के सदस्य सुदर्शन गौतम एवं सुरेंद्र कलवार का एसोसिएशन द्वारा अभिनंदन किया गया। सीए एसोसिएशन के सचिव पद पर संस्था के सदस्य दीपक सिंघल के निर्वाचित होने पर उनका भी स्वागत किया गया।