कोटा। ‘रूप की रानी चोरों का राजा’, अलीबाबा 40 चोर, खिलाड़ी, इंडियन, सरफरोश जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाने वाले अली खान सोमवार को कोटा में पत्रकारों से रूबरू हुए। अली खान ने कहा कि कईं बार एक कलाकार बहुत इमोशनल होता है। इस कारण से कलाकार भी तालुकातों में पड़कर राजनीति के शिकार हो जाते हैं। हालांकि कलाकारों को किसी भी विवाद से बचना ही चाहिए।
फिल्म ‘खुदा गवाह’ की शूटिंग अफगानिस्तान से पहले जयपुर के जयगढ पैलेस में हुई थी। फिल्म सरफरोश को लेकर कईं दिन तक जैसलमेर में रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान के कईं शहरों में फिल्मों की शूटिंग की है, इसलिए राजस्थान से विशेष लगाव है। कोटा में भी कईं बहुत अच्छे लोकेशन हैं, जिनको लेकर अब फिल्में बनने लगी हैं। कोटा में दूसरी बार आना हुआ है।
अली खान ने कहा कि तकरीबन 200 फिल्मों में काम किया है। जिनमें विलेन के रोल में दर्शकों के सामने आते रहे हैं। लेकिन वे इंसान बहुत अच्छे हैं। फिल्मों में नायक की भूमिका करने के लिए आए थे, लेकिन इंडस्ट्री में कोई गाॅडफादर न होने के कारण खलनायक की भूमिकाएं स्वीकार करनी पड़ी। इस दौरान ‘महाभारत’ और ‘टीपू सुल्तान’ जैसे सीरियल भी किए। परिवारों के 3 सदस्यों की कैंसर से मौत के बाद कैंसर को लेकर जागरूकता का काम हाथ में लिया।
फिल्मों के साथ सामाजिक कार्याें में भी बराबर हिस्सेदारी करते हैं। कोविड के दौरान भी लोगों की सेवा करने का भी मौका मिला। कोविड का असर सम्पूर्ण समाज पर पड़ा है। बाॅलीवुड भी इससे अछूता नहीं रह सकता। बाॅलीवुड में रोजाना कुआं खोदकर पानी पीना पड़ता है। यहां काम शुरू करते ही लोग बड़े मकान और गाड़ियां लेने की भूल कर बैठते हैं। जिसके परिणाम सुशांत सिंह राजपूत की तरह सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि कैरेक्टर आर्टिस्ट कभी भी घर नहीं बैठता है। केवल टेलेन्ट ही किसी एक्टर को चला सकता है। इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता कि वह हीरो का रोल करता है या विलेन का।
78 कोरोना योद्धाओं को नवाजा
एन्टी करप्शन ह्यूमन राइट इण्डिया की ओर से बूंदी रोड स्थित अग्रवाल रिसोर्ट पर आयोजित समारोह में 78 कोरोना योद्धाओं को नेशनल फर्स्ट सेल्यूट प्राइड अवार्ड से नवाजा गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आरसीए के उपाध्यक्ष आमीन पठान ने इस दौरान चिकित्सकों, पुलिस, फ्रंट लाइन वर्कर्स समेत शिक्षाविदों का कोरोना योद्धा के रूप में सम्मान किया गया। आमीन पठान ने कहा कि कोरोना काल में चिकित्सा और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही पुलिस समेत अन्य फ्रंट लाइन वर्कर्स ने अभूतपूर्व कार्य किया है। जिससे हम सभी कोरोना जैसी महामारी पर विजय प्राप्त कर सके। ऐसे लोग निश्चित रूप से सम्मान के हकदार हैं।
इन्द्राणि कालूकदार ने कहा कि कोटा का बहुत नाम सुना था। पहली बार कोटा आकर अच्छा लगा रहा है। हर जगह पाॅजिटिव और नेगेटिव दोनों तरह के लोग होते हैं, बाॅलीवुड में भी हैं। सुशांत केस में भी ऐसी ही चीजें सामने आई हैं। मिस इण्डिया वर्ल्ड वाइड मोनिका मीणा ने कहा कि हमारे लोगों की झिझक टूटनी चाहिए। यदि कोटा से निकलकर कोई मोनिका मीणा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकती है, तो कोई भी वहां पहुंच सकता है। अभिभावकों को बेटी की शादी के बजाय उसकी पढाई पर फोकस करना चाहिए। बेटियों के लिए केवल एक संदेश है, ‘आगे पढो, आगे बढो।’
समारोह में एन्टी करप्शन ह्यूमन राइट इण्डिया के नेशनल प्रेसीडेंट तंजीम राजा, डीएसपी कालूलाल वर्मा, डाॅ. रामपाल, डाॅ. एससी दुलारा, डाॅ. सौरभ गुप्ता, डॉ. जसविंदर, डाॅ. रघु, डाॅ. मोनिका भार्गव, प्रेम भाटिया, मुख्तियार खान, डाॅ. कयूम अली, हज कमेटी के सदस्य आरिफ अली सैयद, डाॅ. मनीष बोहरा, मनीष कुमार, कृष्णा ब्लड बैंक के श्वेतांक दीक्षित समेत कईं लोग उपस्थित रहे।

