नई दिल्ली। अगर आप Gmail, Netflix और Linkedin का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर खासतौर से आपके लिए है। दुनियाभर में डाटा लीक की समयाएं बहुत ज्यादा बढ़ चुकी हैं। इसी कड़ी में दावा किया गया है कि इंटरनेट यूजर्स के अकाउंट्स में अब तक की सबसे बड़ी सेंध लगाई गई है। करीब 300 करोड़ लोगों के आईडी और पासवर्ड चोरी किए जा चुके हैं। बता दें कि यह डिटेल्स Gmail, Netflix एवं Linkedin यूजर्स के हैं। हैकर्स ने इस डाटा के बड़े हिस्से को ऑनलाइन भी कर दिया है।
Cybernews के अनुसार, यह तथाकथित कई ब्रीच या COMB का संकलन है। यह हैक किए गए यूजर क्रेडेंशियल्स का सबसे बड़ा संकलन माना जा रहा है जिसे पहले कभी-भी ऑनलाइन पोस्ट नहीं किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 1500 करोड़ अकाउंट में सेंध लगाई गई है। वहीं, करीब 300 करोड़ लोगों के ईमेल आईडी पासवर्ड हैक किए गए हैं। बताया जा रहा है कि इस बार करीब 11.7 करोड़ लोगों के Linkedin और Netflix अकाउंट्स को हैकर्स द्वारा सेंध लगाई गई है। ऐसे में यूजर्स के डाटा पर खतरा मंडरा रहा है। जैसा कि रिपोर्ट में बताया गया है कि इस डाटा को इंटरनेट पर अपलोड किया गया है। ऐसे में हैकर्स इसके जरिए दूसरे अकाउंट्स को भी हैक करने का प्लान कर सकते हैं।
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि क्या आपका भी अकाउंट हैक हुआ है तो इसका एक तरीका है जिसके बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बता रहे हैं। इसके जरिए आप यह चेक कर पाएंगे कि क्या आपका अकाउंट सुरक्षित है या नहीं। तो आइए जानते हैं इस तरीके को।
इसके लिए आपको personal-data-leak-check लिंक पर जाना होगा।
- इस लिंक पर जाने के बाद आपके सामने एक पेज ओपन होगा जिसमें आपनी ईमेल आईडी डालनी होगी। इसके बाद Check Now पर टैप करना होगा।
- अगर आपकी आईडी पर ब्रीच नहीं हुआ होगा तो आपके पास We haven’t found your email among the leaked ones. का मैसेज आएगा।
- अगर आपका अकाउंट ब्रीच किया गया है तो आपके पास Oh no! Your email address has been leaked का मैसेज आएगा।
इस वेबसाइट पर कुछ सिक्योरिटी टिप्स दिए गए हैं जो इस प्रकार हैं:
- अगर अकाउंट काउंट ब्रीच किया गया है तो यूजर्स अपने सभी अकाउंट के पासवर्ड बदल लें जो इस ईमेल आईडी के संबंधित हो।
- ध्यान रहे कि पासवर्ड स्ट्रॉन्ग हो और एक बार से ज्यादा इस्तेमाल न किया गया हो। एक स्ट्रॉन्ग पासवर्ड में अपर केस, लोअर केस, स्पेशल कैरेक्टर और नंबर्स होने चाहिए।
- अपने सभी अकाउंट्स में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन इस्तेमाल करें। इसके जरिए अगर कभी आपका ईमेल लीक हुआ तो हैकर्स की आपके अकाउंट्स तक पहुंचने की संभावना में काफी कमी हो जाएगी।