नई दिल्ली। भारत में कोरोना की वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी। हालांकि, सरकार तो कीमत देकर इसे खरीदेगी लेकिन नागरिकों को मुफ्त में लगाएगी। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र सरकार जोर-शोर से तैयारियों में जुटी है। आज पूरे देश में वैक्सिनेशन का ड्राई रन चल रहा है। इसमें 125 जिलों के 285 सेंटर शामिल हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने पहले कहा कि कोरोना वैक्सीन पूरे देश में फ्री होगी। फिर डेढ़ घंटे बाद बोले कि पहले फेज में यह 3 करोड़ लोगों के लिए फ्री मिलेगी। इनमें 1 करोड़ हेल्थकेयर वर्कर्स और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल होंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 4 राज्यों में वैक्सिनेशन के ड्राई रन से जो फीडबैक मिला, उसे आज के ड्राई रन की गाइडलाइंस में शामिल किया गया है।स्वास्थ्य मंत्री ने GTB अस्पताल जाकर ड्राई रन की तैयारियों का रिव्यू भी किया। उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। सुरक्षित और असरदार वैक्सीन हमारी प्राथमिकता है। पोलियो के वैक्सीनेशन के वक्त भी कई तरह की अफवाहें फैलाई गई थीं, लेकिन लोगों ने वैक्सीन लगवाई और आज देश पोलियो मुक्त हो चुका है।
वैसे अमेरिका में भी सरकार ने कोरोना वैक्सीन मुफ्त में लगाने का ऐलान किया है। ज्यादातर देश अपने नागरिकों के लिए या तो मुफ्त या मामूली कीमत पर कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं। आइए एक नजर डालते हैं प्रमुख वैक्सीनों की संभावित बाजार कीमत पर।
फाइजर वैक्सीन की कीमत
सबसे पहले बात करते हैं फाइजर और बायोनटेक की तरफ से मिलकर बनाई गई वैक्सीन की। ब्रिटेन में ये वैक्सीन आम लोगों को लगाई भी जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक फाइजर और बायोनटेक इस वैक्सीन के लिए प्रति डोज 20 डॉलर यानी करीब 1500 रुपये चार्ज कर रही हैं। हालांकि, कंपनी ने यह भी ऐलान किया है मिडल इनकम वाले देशों में उसके वैक्सीन की कीमत कम होगी। फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बोर्ला साथ में यह भी ऐलान कर चुके हैं कि कंपनी अफ्रीका में मुफ्त में वैक्सीन देगी।
सीरम की कोविशील्ड
इस वैक्सीन को ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी, एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया मिलकर बना रही हैं। सीरम इंस्टिट्यूट दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता है। कोविशील्ड की कीमत 3 से 4 डॉलर रहेगी यानी करीब 250 से 300 रुपये तक। भारत में यह वैक्सीन रेस में बाकियों से आगे है। इसे इमर्जेंसी यूज के लिए एक्सपर्ट कमिटी की हरी झंडी भी मिल गई है। हालांकि, अंतिम फैसला ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को लेना है।
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन
सीरम की कोविशील्ड के अलावा भारत बायोटेक और आईसीएमआर की तरफ से विकसित की जा रही कोवैक्सीन भी प्रमुख देसी कोरोना वैक्सीनों में है। इसकी कीमत सीरम की वैक्सीन से भी कम होगी। भारत बायोटेक के एमडी डॉक्टर कृष्णा एल्ला पहले ही कह चुके हैं कि कोवैक्सीन पानी से भी सस्ती होगी। उनकी इस टिप्पणी से इशारा मिलता है कि कोवैक्सीन की कमत 100 रुपये से भी कम रहेगी।
मॉडर्ना वैक्सीन की कीमत
अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन की कीमत फाइजर से ज्यादा है। अगस्त में कंपनी ने संभावित कीमतों पर कहा था कि यह 37 डॉलर प्रति डोज यानी करीब 2700 रुपये हो सकती है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र के कोवैक्स प्रोग्राम के तहत गरीब देशों में यह वैक्सीन सब्सिडी पर उपलब्ध होगी।