कोटा। देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, इस वर्ष फरवरी से मई के मध्य देश-विदेश के 331 परीक्षा शहरों में आयोजित होने जा रही है। इस परीक्षा के लिए एनटीए द्वारा शुक्रवार को एफएक्यू जारी कर दिए गए। इन एफएक्यू में विद्यार्थियों के कई सवालों के जवाब मिल गए। जारी किए गए एफएक्यू के अनुसार यह परीक्षा बीई-बीटैक के लिए 4 बार, फरवरी, मार्च, अप्रेल व मई के महीने में आयोजित की जाएगी, वहीं बीआर्क व बी-प्लानिंग के लिए दो बार फरवरी और मई के मध्य करवाई जाएगी।
कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि एनटीए द्वारा जारी किए गए एफएक्यू के अनुसार विद्यार्थी परीक्षाओं के चारों सेशन के लिए एक साथ आवेदन कर सकता है। यदि विद्यार्थी चारों सेशन के लिए आवेदन कर देता है तो उसे हर परीक्षा सेशन के लिए अपने परीक्षा केन्द्र बदलने का अवसर दिया जाएगा। साथ ही यदि विद्यार्थी आवेदन किए गए किसी सेशन की परीक्षा नहीं देना चाहता है तो वह दिए गए समय में अपनी जमा की हुई फीस को विड्रा भी करवा सकता है। हालांकि अब तक दो लाख से अधिक विद्यार्थी जेईई-मेन परीक्षा के लिए आवेदन कर चुके हैं और इस वर्ष यूपीएसईई एवं एकेटीयू से सम्बद्ध कॉलेजों में जेईई-मेन के आधार पर प्रवेश मिलने से विद्यार्थियों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में बढ़ने की संभावना है।
कैटेगिरी दस्तावेज के लिए अंडरटेकिंग
आहूजा के अनुसार पहली बार जेईई-मेन के आवेदन करते समय विद्यार्थियों से कैटेगिरी संबंधित दस्तावेज अपलोड करने को कहा गया है। इससे बड़ी संख्या में वे विद्यार्थी असमंजस में आ गए हैं जिनके पास अभी आवेदन के समय कैटेगिरी दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। एनटीए द्वारा जारी किए गए एफएक्यू में विद्यार्थियों को राहत देते हुए कैटेगरी दस्तावेज उपलब्ध ना होने पर अण्डरटेकिंग अपलोड करने को कहा गया है, इसके लिए अण्डरटेकिंग प्रारूप भी वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दिया गया है। विद्यार्थी इस फार्मेट को भरकर मई के अंतिम सप्ताह तक का समय ले सकते हैं।
चारों सेशन के लिए आवेदन करने के क्या फायदे ?
आहूजा ने बताया कि विद्यार्थियों को जेईई-2021 में आवेदन करने के लिए 1 माह का पर्याप्त समय दिया गया है, जिसमें ज्यादातर विद्यार्थी चारों सेशन के लिए आवेदन करते हुए दिखाई दे रहे हैं। चारों सेशन में हो रही परीक्षा के लिए एक साथ आवेदन करने से विद्यार्थियों का बार-बार आवेदन करने का समय बचेगा तथा हर बार आवेदन करने के लिए दिए जाने वाले कम समय में चूकने का खतरा नहीं रहेगा। साथ ही परीक्षा न देने पर जमा करवाए गए शुल्क को विद्यार्थी द्वारा आवेदन करने पर एनटीए द्वारा लौटा दिया जाएगा। विद्यार्थी द्वारा आवेदन शुल्क रिफण्ड के लिए एप्लाई नहीं करने पर उसकी यह राशि आगे के परीक्षा सेशन में समायोजित कर ली जाएगी।