मुंबई। भारी विदेशी निवेश के चलते शेयर बाजार लगातार 7वें कारोबारी हफ्ते बढ़त के साथ बंद हुआ। अप्रैल 2019 में बाद यह सबसे लंबा साप्ताहिक बढ़त है। सेंसेक्स 70.35 अंक ऊपर 46,960.69 पर बंद हुआ है। हालांकि इंडेक्स सुबह रिकॉर्ड 47,026 के स्तर पर खुला था, जो इंडेक्स का ऑलटाइम हाई भी है। दूसरी ओर निफ्टी इंडेक्स भी 19.85 अंक ऊपर 13,760.55 पर बंद हुआ है। बता दें कि दिन के शुरुआत से ही दोनों इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार रहे थे। हालांकि अंत में सेंसेक्स ने 330 अंक और निफ्टी ने 100 अंकों की रिकवरी की।
BSE में आज 3,150 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इसमें से 1,278 शेयर बढ़त और 1,705 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। बाजार में आज 261 कंपनियों के शेयरों ने 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर को छुआ। जबकि 41 कंपनियों के शेयरों ने 52 हफ्तों के निम्नतम स्तर को छुआ। BSE डेटा के मुताबिक 354 कंपनियों के शेयरों में अपर सर्किट लगा और 271 कंपनियों के शेयरों में लोअर सर्किट लगा। इसमें बर्गर किंग का शेयर भी आज लोअर सर्किट के साथ 161.45 रुपए के भाव पर बंद हुआ है।
बाजार में आज IT और फार्मा सेक्टर के शेयरों ने शानदार प्रदर्शन किया। अंत में निफ्टी IT इंडेक्स 1.59% और फार्मा 1.27% ऊपर बंद हुए हैं। वहीं निफ्टी बैंक कारोबारी दिन में 350 अंकों की गिरावट के साथ दिन के निचले स्तर पर पहुंच गया था, जो अंत में 0.43% की गिरावट के साथ 30,714 के स्तर पर बंद हुए हैं। NSE डेटा के मुताबिक एक्सचेंज पर 1,188 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए हैं। जबकि 708 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए हैं।
इस हफ्ते के बढ़त के लिहाज से निफ्टी रियल्टी टॉप गेनर रहा, इंडेक्स 3.9% ऊपर चढ़ा, जबकि हफ्ते में सरकारी बैंकों में बारी बिकवाली के कारण निफ्टी PSU बैंक इंडेक्स 3.4% नीचे बंद हुआ है।
निफ्टी में डॉ. रेड्डीज का शेयर 3% ऊपर बंद हुआ है। बजाज ऑटो और इंफोसिस के शेयर 2-2% की बढ़त के साथ बंद हुए हैं। वहीं, इंडसइंड बैंक का शेयर 3% नीचे बंद हुआ है। HDFC बैंक का शेयर भी 2% से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ है। BSE में लिस्टेड कंपनियों का टोटल मार्केट कैप 185.36 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है। सुबह सेंसेक्स 136.02 अंक ऊपर 47,026.02 पर और निफ्टी 24.40 अंक ऊपर 13,764.40 पर खुला था।
बाजार में विदेशी निवेश
शेयर बाजार में इस साल विदेशी निवेशकों ने जमकर खरीदारी की। नेशनल सिक्युरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) डेटा के मुताबिक अबतक यह आंकड़ा 1.54 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। इससे पहले 2012 में 1.3 लाख करोड़ रुपए का विदेशी निवेश हुआ था।
खास बात यह है कि भारतीय बाजारों में अगस्त के बाद से विदेशी निवेश की रफ्तार तेज हुई, जो अब तक जारी है। इस साल केवल नवंबर महीने में ही फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) ने करीब 60 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया। इससे अक्टूबर महीने में 22 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था। वहीं दिसंबर महीने में अबतक FPI निवेश का आंकड़ा 50 हजार करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है।
डीमेट अकाउंट में बढ़ोतरी
मार्च के निचले स्तरों से बाजार अबतक 81% ऊपर आ चुका है। इसमें विदेशी निवेशकों के साथ-साथ रिटेल निवेशकों की बड़ी भूमिका रही। जहां FPI ने घरेलू बाजार में अबतक 1.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश कर चुके हैं, वहीं, कोरोना काल के बीच रिटेल खरीदारों की बाजार में उपस्थिति भी बढ़ी है। सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के मुताबिक बीते 9 महीनों में लगभग 63 लाख नए डीमेट अकाउंट खोले गए। इससे भारत में कुल डीमेट अकाउंट की संख्या बढ़कर 4.44 करोड़ हो गई है।
क्या कहते हैं ब्रोकरेज हाउसेस?
घरेलू शेयर बाजार जनवरी से अबतक बाजार में 13% की ग्रोथ दर्ज की जा रही है। इसके बावजूद प्रमुख ग्लोबल ब्रोकरेज हाउसेस को बाजार में अभी भी और रैली की उम्मीद है। अनुमान के मुताबिक BSE सेंसेक्स 51 हजार और निफ्टी 15 हजार के स्तर को टच करेगा। इसमें जेपी मॉर्गन, फ्रेंच इंटरनेशनल बैंकिंग ग्रुप BNP परिबास सहित मॉर्गन स्टैनली जैसे ग्लोबल ब्रोकरेज हाउसेस शामिल हैं।
एशियाई बाजारों में गिरावट
आज एशियाई बाजारों हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग इंडेक्स 179 अंकों की गिरावट के साथ 26,498 पर बंद हुआ है। चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स10 अंक नीचे 3,395 पर बंद हुआ है। इसके अलावा जापान का निक्केई इंडेक्स भी 43 अंक नीचे 26,763 पर बंद हुआ है।