जोधपुर। MX Player की वेब सीरीज ‘आश्रम’ पर विवाद कोई नई बात नहीं है। दूसरे सीज़न, ‘आश्रम चैप्टर 2- द डार्क साइड’ के रिलीज़ से पहले ही इसके ट्रेलर पर कई हिंदूवादी संगठनों से आपत्ति जताई थी और इस पर बैन की मांग की थी। अब मामला कोर्ट तक जा पहुंचा है। वेब सीरीज में मुख्य भूमिका में नजर आए बॉबी देओल और सीरीज के निर्माता प्रकाश पर दर्ज़ एक केस को लेकर जोधपुर कोर्ट ने दोनों को कानूनी नोटिस जारी किया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि इस मामले में कोर्ट की अगली सुनवाई 11 जनवरी को होगी।
वकील कुश खंडेलवाल ने जोधपुर के जिला और सेशन कोर्ट में याचिका दायर की थी जिस पर रवीन्द्र जोशी की अदालत ने ये आदेश दिया है। हालांकि खबरें हैं कि कोर्ट ने बॉबी देओल और प्रकाश झा के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने का आदेश देने से मना कर दिया। ‘आश्रम’ सीरीज को लेकर इतना हंगामा इसलिए हो रहा है क्योंकि इसमें बॉबी देओल एक पाखंडी धर्म गुरु के किरदार में हैं। बॉबी देओल के किरदार का नाम ‘काशीपुर वाले बाबा निराला’ है। धर्म की आड़ में उनका किरदार हर गलत काम करता है और राजनीति पर भी उसका गहरा प्रभाव होता है।
इस सीरीज के खिलाफ एक वर्ग ने अपनी कड़ी आपत्ति जताई है क्योंकि उनका कहना है कि सीरीज के द्वारा आश्रम व्यवस्था को बदनाम करने की कोशिश की गई है और इससे उनके धार्मिक भावनाएं आहत हुईं हैं। कट्टर हिंदूवादी संगठन करनी सेना ने इस पर भारी आपत्ति जताई थी और प्रकाश झा के गिरफ्तारी की मांग तक कर दी थी।
संगठन की महाराष्ट्र शाखा के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ने प्रकाश झा को नोटिस भेजकर कहा था कि वेब सीरीज की रिलीज़ पर रोक लगाई जाए। इसमें आश्रम व्यवस्था को गलत ढंग से पेश किया गया है जिस कारण लोग भ्रमित हो रहे हैं।
देश के कई जगहों पर इस वेब सीरीज के खिलाफ गुस्सा देखने को मिला। लोगों ने जगह- जगह प्राथमिकी और याचिकाएं दायर की जिसमें कहा गया कि आश्रम सीरीज में पाखंडी बाबा के जरिए हिंदुओं की श्रद्धा पर हमला किया गया है। बहरहाल, एमएक्स प्लयेर पर इस सीरीज को काफी अच्छा रेस्पॉन्स देखने को मिला है और अब इसके तीसरे सीजन को लेकर बॉबी देओल शूट भी कर रहे हैं।