नई दिल्ली। किसान नेताओं ने कहा कि सोमवार को पूरे देश में किसान भाजपा नेताओं के घरों के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे। जिला मुख्यालयों पर भी प्रदर्शन करके ज्ञापन सौंपा जाएगा। किसानों ने बातचीत का रास्ता बंद नहीं किया है। सोमवार को धरनास्थल पर किसान नेता एक दिन का अनशन करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने रविवार को डिजिटल प्रेसवार्ता कर घोषणा की है कि वह भी सोमवार को किसानों के समर्थन में एक दिन का उपवास रखेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं और देशवासियों से अपील कि वे भी उपवास रखें। इससे पहले रविवार को कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में राजस्थान से आए विभिन्न संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता एवं आंदोलनकारी दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बैठ गए और पूरा रोड जाम कर दिया। इससे दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। हालांकि शाम करीब 5ः30 बजे दिल्ली से जयपुर जाने वाली लेन पर ट्रैफिक को खोल दिया गया है। इससे कुछ राहत मिली है। कुंडली बार्डर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि अब तक सरकार की ओर से पांच संशोधन और एमएसपी की गारंटी देने का प्रस्ताव आया है, जिसे किसान खारिज कर चुके हैं।
अब तक सरकार की ओर से पांच संशोधन और एमएसपी की गारंटी देने का प्रस्ताव आया है, जिसे किसान खारिज कर चुके हैं। सिघु व टीकरी बार्डर पर बैठे किसानों की राय भी बदलने लगी है। कई किसानों का मानना है कि आंदोलन अपनी जगह ठीक है, लेकिन इससे लोगों की परेशानी धीरे-धीरे बढ़ रही है। ऐसे में दोनों बार्डरों पर कम से कम एक लेन खोलने पर विचार किया जाना चाहिए।