बारां। अन्तरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस पर बुधवार देर शाम को बारां जिला कलक्टर के पीए महावीर नागर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कोटा टीम ने 1.40 लाख रुपए की रिश्वत लेते दबोचा। पीए ने यह राशि पेट्रोल पम्प की एनओसी जारी कराने के लिए ली थी। इसमें एक लाख रुपए जिला कलक्टर इन्द्र सिंह राव को देने थे तथा शेष 40 हजार रुपए पीए को रखने थे। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा के एएसपी चंद्रशील ठाकुर की अगुवाई में की गई। एसीबी की कार्रवाई के बाद सरकार ने जिला कलक्टर को एपीओ कर दिया। इस मामले में जिला कलक्टर से भी पूछताछ की जा रही है।
एएसपी ने बताया कि अटरू निवासी गोविंद सिंह अटलपुरी ने कोटा कार्यालय में शिकायत की थी कि उनके पेट्रोल पम्प की लीज के नवीनीकरण करने के पीए महावीर नागर जिला कलक्टर की ओर से 2.40 लाख रुपए की डिमांड कर रहा है। इस शिकायत से ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी व अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एम एन को अवगत कराया गया। अतिरिक्त महानिदेशक की ओर से इस शिकायत के सत्यापन के निर्देश दिए थे। एएसपी ने बताया कि सत्यापन में शिकायत प्रमाणित पाई गई। इसके बाद कोटा से ब्यूरो की टीम ने बारां पहुंच कार्रवाई को अंजाम दिया। पीए नागर को रिश्वत की राशि लेते रंगे हाथ दबोच लिया गया।
प्रारम्भिक पूछताछ में पीए नागर ने बरामद रिश्वत की राशि में से 1 लाख रुपए जिला कलक्टर राव तथा शेष 40 हजार रुपए खुद के लिए लेना स्वीकार किया है। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई के बाद बारां की एसीबी की टीम सीआई ज्ञानचंद मीणा के नेतृत्व में पीए नागर के बाबजी नगर स्थित आवास की तलाशी लेने में जुटी हुई है।
जिला कलक्टर की मौन स्वीकृति: एएसपी ठाकुर ने बताया कि इस मामले में जिला कलक्टर राव की संलिप्तता व मौन स्वीकृति सामने आई है। रात साढ़े नौ बजे तक जिला कलक्टर से इस मामले में पूछताछ की जा रही है। जिला कलक्टर को आरोपी बनाने का निर्णय पूछताछ के बाद होगा।