मुंबई। रिपब्लिक भारत के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी रविवार को क्वारंटीन सेंटर से जेल शिफ्ट किए गए। तलोजा जेल ले जाते वक्त वैन से चिल्ला कर उन्होंने मीडिया से बड़ा दावा किया। कहा, “मेरी जान को खतरा है। मुझे मेरे वकीलों से बात नहीं करने दी जा रही है। आज सुबह मुझे पीटा गया।।”‘ अर्णब ने इस दौरान मांग की कि उन्हें इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप चाहिए। उन्होंने इस बाबत एक एप्लीकेशन भी दाखिल की है।
मुझे जान का खतरा है’, रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने बड़ा खुलासा करते हुए भारत के लोगों से अपील की थी कि वह अदालतों से मदद करने का आग्रह करें। बता दें, पूरी तरह से कवर पुलिस वैन में अर्नब गोस्वामी को अलीबाग के क्वारंटीन सेंटर से तलोजा जेल ले जाया गया है।
इस दौरान अर्नब ने पुलिस की वैन से मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे बोला गया वकील से बात नहीं करने देंगे, मुझे जान का खतरा है, मुझे सुबह पुलिस स्टेशन में मारा और घसीटा गया। सुबह जेलर ने मुझे मारा, मैंने आग्रह किया मुझे प्लीज वकील से बात करने दीजिए।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे बोला गया बात नहीं करने देंगे , मैं भारत की जनता से कह रहा हूं मेरी जान को खतरा है। इन्होंने कहा कोई वकील से बात नहीं होगी, मैं आप लोगों से आग्रह कर रहा हूं मेरे साथ जुल्म हो रहा है। मेरी पुलिस कस्टडी खारिज कर दी गई है। ये लोग देर करना चाहते हैं, मुझे बाहर आने नहीं देना चाहते, आप मेरी हालत देख रहे हैं। इन्होंने मुझे घसीटा मुझे रात को ही जेल लाने की कोशिश की गई।