नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ऑयल एंड गैस सेक्टर की प्रमुख ग्लोबल और भारतीय कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक करेंगे। इस वर्चुअल मीटिंग में अबुधाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC), कतर पेट्रोलियम, बीपी पीएलसी, टोटल एसए, रोजनेफ्ट और रिलायंस इंडस्ट्र्रीज के प्रमुख भी हिस्सा ले सकते हैं। इससे पहले पीएम चार बार ऐसी बैठक कर चुके हैं।
ऑयल एंड गैस प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए भारत निजी निवेश आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है। भारत 80 फीसदी तेल जरूरतों और आधी से अधिक प्राकृतिक गैस जरूरतों की पूर्ति आयात से करता है। देश के क्रूड ऑयल इंपोर्ट में करीब 80 फीसदी योगदान करने वाले ओपेके के महासचिव मुहम्मद सनुसी बर्किंडो भी इस बैठक में शिरकत करेंगे।
पेरिस के इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर फातिह बिरोल, इंटरनेशनल एनर्जी फोरम के महासचिव जोसेफ मैक मोनिगल और गैस एक्सपोर्टिंग कंट्रीज फोरम के महासचिव यूरी सेंट्यूरिन भी मीटिंग में रहेंगे। ओपनिंग रिमार्क पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पेश करेंगे।
PMO ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा था कि भारत क्रूड ऑयल को तीसरा और LNG का चौथा सबसे बड़ा आयातक है। नीति आयोग ने प्रधानमंत्री और ग्लोबल ऑयल एंड गैस सीईओ की बैठक की शुरुआत 2016 में की थी। इस बार की मीटिंग में प्रमुख ऑयल एंड गैस कंपनियों के करीब 45 CEO शामिल हो सकते हैं।
पीएम की यह बैठक सेरावीक इंडिया एनर्जी फोरम के मौके पर हो रही है। पुलित्जर प्राइज विनर अमेरिकन लेखक डेनियल येर्गिन के नेतृत्व में आयोजित इस फोरम को सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री अब्दुल्लाजिज बिन सलमान अल सौद और अमेरिका के ऊर्जा मंत्री डैन ब्रूलेट संबाधित करेंगे। 26-28 अक्टूबर को आयोजित होने वाले फोरम का उद्घाटन भाषण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देंगे।