कोटा। रेलवे के निजीकरण के खिलाफ ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन के तत्वाधान में जन-आंदोलन के तहत कोटा रेलवे काॅलोनी में मशाल जुलूस निकाल गया। शनिवार को सुबह 11.00 बजे रेलवे स्टेशन के बाहरी क्षेत्र में रेलवे के निजीकरण के खिलाफ जन आंदोलन किया जाएगा। रात 8.00 से 8.10 तक रेल कर्मचारी व आमजन अपने घरों की लाइटें बंद कर विरोध दर्ज कराएंगे। वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे से एक भी निजी ट्रेन को नहीं निकलने देने की चेतावनी दी।
यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि रेलवे के निजीकरण के खिलाफ वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन की ओर से चलाये जा रहे आंदोलन के तहत शुक्रवार को मशाल जुलूस ऋणमुक्तेश्वर मंदिर से प्रारंभ किया गया। मशाल जुलूस रेलवे कॉलोनी के आरई क्वार्टर, पूनम कॉलोनी, रेलवे न्यू कॉलोनी वर्कशॉप कॉलोनी तक निकाला गया। गालव ने कहा कि रेलवे के निजीकरण से रेल कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय होगा ही, इसके साथ ही रेलवे में प्रतिदिन यात्रा करने वाले छात्रों, महिलाओं, ग्रामीण जनता, आमजन और समाज के सभी वर्गों के साथ रेलवे के माध्यम से अपना धंधा करके जीवन यापन करने वाले करोड़ों आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
रेलवे का निजीकरण आमजन के साथ धोखा है। उन्होंने केन्द्र सरकार, रेल प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि रेलवे का निजीकरण हम किसी कीमत पर नहीं होने देंगे। रेलवे राष्ट्र की सम्पत्ति है, इसको बेचने का अधिकार किसी को नहीं है। वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे से एक भी निजी ट्रेन को निकलने नहीं दिया जाएगा। रेल के निजीकरण से हर वर्ग प्रभावित हो जाएगा।