स्वच्छता में ही है बीमारियों से लड़ने की क्षमता

0
650

कोटा। रामगंजमण्डी क्षैत्र के फाण्दा चेचट में आयोजित स्वच्छता एवं शरीरिक दूरी कार्यशाला में बोलते हुए कट्स इंटरनेशनल के परियोजना अधिकारी राजदीप पारीक ने कहा कि दैनिक जीवन में स्वच्छता के माध्यम से ही कोराना व अन्य बीमारियों से लड़ा जा सकता है। उन्होंने बताया कि कंन्ज्यूमर सोसायटी ट्रस्ट स्थानीय समुदायों से मिल कर राजस्थान के 11 जिलों में जैविक खेती और स्वच्छता पर जागरूकता अभियान चला रहा है।

गत दिवस फणदा में आयोजिक कार्यशाला में रामकृष्ण शिक्षण संस्था के महामंत्री युधिष्ठिर चानसी ने बताया कि कार्यशाला को संबोधित करते हुए पर्यावरणविद् बृजेश विजयवर्गीय ने कहा कि खाद्य सुरक्षा के लिए आवश्यक है कि हम प्राकृतिक खेती के तरीकों कोअपनाऐं और रासायनिक खादों और कीटनाशकों से बचे। रासायनिक प्रदूषण बीमारियों की जड़ है।

जल, जंगल और जमीन को संरक्षित करें तभी जन भी सुरक्षित रहेगा। देवली कला खैराबाद की कृषि पर्यवेक्षक पारूल वर्मा ने भी कोरोना से बचाव के उपाय सुझाए।सरपंच बंटी सैन ने जागरूकता पोस्टर का विमोचन किया तथा ग्रामीणों को मास्क ,सैनेटाईजर व साबुन के किट वितरित किए। समाज सेवी बालमुकुंद बैरागी व नाथू लाल चैधरी ने भी विचार व्यक्त किए।