कोटा। नगर निगम की टीम अब व्यापारिक प्रतिष्ठानों में घुसकर मास्क नहीं लगाने वाले दुकानदारों के चालान नहीं बनाएगी। लेकिन, जनजागृति अभियान के तहत कोरोनावायरस से बचने के लिए दुकानदारों को मास्क लगाने के साथ सावधानी और सतर्कता बरतनी है। कोटा व्यापार महासंघ एवं नगर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत से हुए वार्ता के बाद यह आम सहमति बनी है।
कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने पिछले दिनों से नगर निगम की टीम के राजस्व अधिकारी रिंकू के नेतृत्व में दुकानों के अंदर घुस कर व्यापारियों के चालान बनाकर 500/- रुपये वसूलने का विरोध दर्ज करवाया है। महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने नगर निगम के आयुक्त को बताया कि कल शॉपिंग सेंटर क्षेत्र में बिजली गुल हो जाने हो जाने पर दुकानों में मास्क उतार कर बैठे व्यापारियों को नगर निगम द्वारा चालान काट दिया गया, जबकि वहां पर सोशल डिस्टेंस के पालन के साथ-साथ एक भी ग्राहक नहीं बैठा था।
उन्होंने कहा कि व्यापार महासंघ स्वयं चाहता है कि कोरोना से बचने के लिए सभी व्यापारी मास्क लगाएं। महासंघ स्वंय जन जागृति अभियान चलाता है। निगम बाजार में बिना मास्क घूमने वाले व्यक्तियों का चालान बनाए। उन्होंने बताया कि हमने सभी व्यापारियों से आग्रह किया है कि वह मास्क अपने प्रतिष्ठानों के अंदर भी पहने, लेकिन कई कारणों से लगातार इसको नहीं पहना जा सकता।
महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि नगर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत अनावश्यक विवाद की जगह मिल बैठकर समझाईश से यह कार्य करें । मालावत ने कहा कि कोटा में लगातार बढ़ रहे कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री स्तर पर चर्चा हुई है और हमें इस तरह के निर्देश मिले हैं कि सुरक्षा में ढिलाई नहीं की जाए। लापरवाही को रोकने के लिए सख्ती बरती जा रही है। व्यापार महासंघ अगर इस दिशा में कार्य कर व्यापारियों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करता है तो हमारी ओर से आज के बाद प्रतिष्ठानों की जिम्मेदारी कोटा व्यापार महासंघ की को दी जा रही है।