नई दिल्ली। बीते चार साल से गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) को लेकर निवेशकों में मंदड़िया रुझान बना हुआ है। यही वजह है कि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान भी उन्होंने गोल्ड लिंक्ड 14 ईटीएफ से 775 करोड़ रुपये की निकासी की। इसके चलते गोल्ड फंडों के एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) में 16 फीसद की कमी आई।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) की ओर से यह जानकारी दी गई है।
गोल्ड ईटीएफ ऐसे निवेश इंस्ट्रूमेंट हैं जो सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं। ये ईटीएफ सोने में निवेश करते हैं। लगातार चार वर्षों से गोल्ड ईटीएफ सेगमेंट में कारोबार सुस्त दिख रहा है। इस दौरान वर्ष 2013-14 में निवेशकों ने 2,293 करोड़ रुपये की निकासी की। इसके अगले वर्ष उन्होंने ईटीएफ से 1,475 करोड़ रुपये निकाले।
वर्ष 2015-16 में यह आंकड़ा 903 करोड़ रुपये रहा। अलबत्ता इन आंकड़ों से यह निकासी की रफ्तार में कमी आ रही है। लगातार निकासी से गोल्ड फंडों का एसेट बेस मार्च, 2017 में घटकर 5,480 करोड़ रुपये रह गया। विश्लेषकों का कहना है कि निवेशक इक्विटी में निवेश को तरजीह दे रहे हैं। गोल्ड ईटीएफ स्कीमों की शुरुआत 2006-07 में हुई थी।