मुंबई। लॉकडाउन की वजह से मेकर्स को करोड़ों का नुकसान हो रहा है, क्योंकि काम ठप होने के बावजूद उन्हें सेट का किराया भरना पड़ रहा है। प्रड्यूसर्स असोसिएशन ने सरकार से इनका किराया माफ करने की अपील की है।
अपनी फिल्मों की भव्यता के लिए मशहूर फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली के फिल्मसिटी में सजे ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ के कोठे को जहां अभी गुलजार होना था, वह वीरान पड़ा है। वहीं, 9 एकड़ में पसरे जिस ‘मैदान’ पर अजय देवगन देश को गोल्ड दिलाने वाले थे, वह धूल फांक रहा है। दरअसल, कोरोना के चलते पिछले दो महीने से शूटिंग बंद होने के कारण मैदान, थलाइवी, गंगूबाई काठिवाड़ी समेत बहुत सी फिल्मों के सेट पर सन्नाटा है।
इससे मेकर्स को करोड़ों का नुकसान हो रहा है, क्योंकि काम ठप होने के बावजूद उन्हें सेट का किराया भरना पड़ रहा है। ऐसे में, कई मेकर्स अपने फिल्म सेट को गिरा तक रहे हैं। वहीं, प्रड्यूसर्स असोसिएशन ने सरकार से इनका किराया माफ करने की अपील की है।
काम ठप, किराया फुल, नुकसान करोड़ों काभंसाली ने आलिया भट्ट स्टारर फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी का शानदार सेट फिल्मसिटी में बनवाया है। यहां कई एकड़ में 1960 का कमाठीपुरा बसाया गया है, जिसके लिए उन्हें बिना शूटिंग के मोटा किराया देना पड़ रहा है। खबरों के मुताबिक, इसके चलते वह करीब 15 करोड़ का नुकसान उठाकर सेट को गिराने का मन बना रहे हैं। इसी तरह, अजय देवगन की फुटबॉल कोच सैय्यद अब्दुल रहीम की बॉयापिक फिल्म मैदान के लिए 9 एकड़ में विशाल स्टेडियम बनाया गया है, जो दो महीने से खाली पड़ा है।
इससे मेकर्स को करीब 7 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। यही हाल कंगना रनौत की जयललीता की बॉयापिक फिल्म थलाइवी का भी है। इसके लिए हैदराबाद में पार्लियामेंट हाउस और चेन्नै में माउंट रोड क्रिएट किया गया है, जहां करीब 45 दिन शूटिंग होनी थी, लेकिन एक भी दिन शूट नहीं हो पाया। इससे करीब 5 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
मॉनसून भी बढ़ाएगा मुसीबत
मेकर्स के सामने एक और बड़ी समस्या मॉनसून भी है, क्योंकि अगर शूटिंग जुलाई, अगस्त तक शुरू होती है, तब बारिश की वजह से सेट्स के खराब होने का डर है। आईएफटीपीसी के टीवी प्रभाग के चेयरमैन जेडी मजीठिया कहते हैं, ‘हम मेकर्स लिए मॉनसून भी बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि जब तक शूट शुरू होगा, मॉनसून आ जाएगा और बारिश के लिए अलग व्यवस्था करनी पड़ती है। इसलिए, हम सरकार से आग्रह करना चाहते हैं कि शूटिंग चाहे जब शुरू हो, पर हमारे सेट को बारिश से बचाने के लिए जो उपाय करने होते हैं, प्लास्टिक या तालपत्री लगाना, वह पहले करने की अनुमति मिल जाए, वरना हमारे करोड़ों के सेट पर पानी पड़ जाएगा।’
सरकार से किराया छोड़ने की मांग
इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रड्यूसर्स असोसिएशन के प्रेसिडेंट टीपी अग्रवाल ने बताया, ‘हमारे ज्यादातर सेट्स फिल्मसिटी में हैं, जिसके लिए प्रड्यूसर्स को बिना कोई काम हुए किराया भरना पड़ रहा है। इसलिए, हमने फिल्मसिटी को लेटर भेजा है कि इसका किराया ना लिया जाए। महाराष्ट्र सरकार ने मकान मालिकों से तीन महीने किराया टालने को कहा है, उन्हें सेट के लिए भी ऐसा करना चाहिए। क्योंकि सेट बिल्कुल खाली पड़े हैं। फिर, प्रड्यूसर्स को सेट में लगे सामान का किराया भी देना पड़ रहा है, इसलिए उनसे लोकेशन का चार्ज नहीं लेना चाहिए।’