कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि पिछले 50 दिनों से महासंघ के संयुक्त प्रयासों के चलते किसी श्रमिक को भूखा नहीं सोने दिया गया है। सभी को राशन और भोजन के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं। यहां तक कि ग्रामीण औद्योगिक क्षेत्रों में भी निरंतर राशन के किट बांटे जा रहे हैं।
आज महासचिव अशोक माहेश्वरी, हाडोती ग्रामीण उद्योग संघ के अध्यक्ष राजेंद्र जैन, कोटा रीजन ट्रैक्टर डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, कोटा स्टोन ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव हरीश प्रजापति, सेंड स्टोन एण्ड मार्बल उद्योग संघ के अध्यक्ष देवेंद्र जैन ने भीमपुरा, केवल नगर, रानपुर, इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र, भामाशाह मंडी क्षेत्र,औद्योगिक संपदा, चंबल औद्योगिक क्षेत्र, फर्नीचर मार्केट आदि क्षेत्रो में 150 राशन के किट जरूरतमंदों को बांटे।
उन्होंने बताया कि कोटा के व्यापारियों एवं उद्यमियों ने अपने स्तर पर पिछले 50 दिनों तक कर्मचारियों, श्रमिकों, दिहाड़ी मजदूरों का भरपूर ध्यान रखा। अब आधे अधूरे श्रमिक रह जाने से औद्योगिक उत्पादन एवं उनका संचालन नहीं हो पा रहा है। इस कारण बचे हुए मजदूरों एवं श्रमिकों को भी काम मिलने में परेशानी आ रही है। पूरी व्यवस्था ही अस्त-व्यस्त हो गई है।
श्रमिकों की कमी औद्योगिक उत्पादन में बाधा बनी
उन्होंने बताया कि कोरोना के भय से भारी मात्रा में श्रमिकों के पलायन करने से लॉकडाउन में मिली छूट के बावजूद औद्योगिक एवं व्यावसायिक गतिविधियां संचालित नहीं हो पा रही है। खनन कार्य भी शुरू नही हो पा रहा है। इस बिगड़ी हुई व्यवस्था को सुधारने में कितना समय लगेगा, कुछ कहा नहीं जा सकता।ओद्योगिक क्षेत्रों में राशन की कमी को देखते हुए महासंघ की पहल पर राशन के किट बांटे जा रहे हैं। इसमें औद्योगिक संगठन भी मदद कर रहे हैं।