नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) का राइट इश्यू 22 मई को खुल सकता है। राइट इश्यू का प्राइस प्रति शेयर 1,257 रुपए होगा। शेयरधारकों को उसके पास मौजूद हर 15 शेयरों पर एक शेयर खरीदने का राइट होगा। यह राइट इश्यू 53,125 करोड़ रुपए का होगा। भुगतान की शर्तों के मुताबिक शेयरधारक जितने मूल्य के शेयरों के लिए आवेदन करेंगे। उसका 25 फीसदी आवेदन के वक्त ही देना होगा। शेष राशि बाद में भुगतान किया जा सकता है।
बाजार के जानकारों के मुताबिक आने वाले समय में जियो और रिटेल प्लेटफॉर्म के साथ आरआईएल की एक नई और मजबूत ब्रांड पोजिशनिंग होने वाली है। कंपनी मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों का मुकाबला करने में पूरी काफी सक्षम है। इसे कई तरह के कारोबारों से आय हो रही है। कंपनी का कारोबारी मॉडल काफी मजबूत है। इसके एबिडा का 35 फीसदी उपभोक्ता कारोबार से आता है। कंपनी का निवेश चक्र पूरा हो चुका है। मूल्य सृजन के लिहाज से आने वाला समय कंपनी के लिए काफी अच्छा रहने वाला है।
पिछले दशक में असेट लाइट टेक्नोलॉजी कंपनियों ने ज्यादा मूल्य का सृजन किया है
उन्होंने कहा कि पिछले दशक में असेट लाइट टेक्नोलॉजी कंपनियों ने ज्यादा मूल्य का सृजन किया है। अमेजन, एपल, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल इसके उदाहरण हैं। डिजिटल सेवाओं में रणनीतिक निवेश और संगठित रिटेल प्लेटफॉर्म में रणनीतिक निवेश के कारण आने वाले समय में कंपनी का मूल्य बढ़ेगा। इस राइट इश्यू को निवेश के लिए एक अच्छा अवसर बताते हुए बाजार के जानकारों ने कहा कि महामारी के कारण जीवन यापन और काम-काज के तरीके बदल रहे हैं। डिजिटल सेवाओं के कारोबार में विकास के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। यह मूल्य बढ़ाने वाला राइट इश्यू है।
महामारी के बीच भी कंपनी के शेयर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से महज 12 % नीचे
राइट इश्यू की टाइमिंग काफी अच्छी है। कंपनी के शेयर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से करीब 12 फीसदी नीचे हैं। इससे पता चलता है कि बाजार का कंपनी पर पूरा भरोसा है। 24 मार्च को शेयर 943 रुपए पर ट्रेड कर रहा था। 20 अप्रैल को जब क्रूड का मूल्य गिरकर शून्य से नीचे चला गया था, तब कंपनी के शेयर 1,243 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे। 22 अप्रैल को जिस दिन फेसबुक-जियो सौदे की घोषणा हुई थी, उस दिन ये शेयर 1,237 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे। राइट इश्यू के लिए बोर्ड की बैठक की घोषणा करने के दिन 27 अप्रैल को कंपनी के शेयर 1,429 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे।
आरआईएल के शेयर हाल में काफी चढ़े हैं
निफ्टी के शेयर अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से औसतन 35 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहे हैं। सिर्फ 5 शेयर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से नीचे 10 फीसदी के दायरे में हैं। महामारी के बाद विकास की बेहतरीन संभावनाओं को देखते हुए निवेशकों द्वारा की गई खरीदारी के कारण रिलायंस इंडस्ट्र्रीज के शेयरों में हाल में काफी तेजी दर्ज की गई है।