कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण समस्याओं के चलते कोटा में अभी 10℅ उद्योगो मे भी काम शुरू नहीं हो पाया है। कोटा स्टोन की सम्पूर्ण माइन्स बंद होने से रॉ मैटेरियल एवं लेबर की अनुपलब्धता के चलते ऐसा हो रहा है । साथ ही ग्रेनमण्डी पर 2%टेक्स बढ़ाने से मंडियों में भी हड़ताल हो गई है।
गोदामों से बाहर भेजे जाने वाले माल के लिए गाड़ियां तो मिल रही है, लेकिन भरने वाली लेबर नहीं मिल रही है। अन्य उत्पादन करने वाली फैक्ट्रियों का भी यही हालत है कुल मिलाकर कोटा का औद्योगिक माहौल पूरी तरह चौपट हो चुका है।
आज इस विषय पर विचार विमर्श करने के लिए हाड़ोती कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष राजेश गुप्ता, सेंड स्टोन ग्रेनाइट एंड मार्बल उद्योग संघ के अध्यक्ष एवं दी एसएसआई एसो के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र जैन, लघु उद्योग भारती के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र जैन, कोटा स्टोन ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव हरीश प्रजापति कोटा रीजन ट्रैक्टर डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के विनोद शर्मा ने अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में वर्तमान परिस्थितियों एवं आने वाली परिस्थितियों पर गहन चिंतन किया।
ट्रैक्टर डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मून्दडा ने बताया कि हमारे यहां पुराने ट्रैक्टरों को लेकर नये ट्रैक्टरों को बेचने का व्यापार होता है, जिसमें रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर करवाना एवं बैंकों का हाईफोरिकेशन हटवाना आदि कोई भी काम नहीं हो रहा है। आरटीओ ऑफिस में भी केवल ऑनलाइन ही काम हो रहा है। हम हमारा व्यवसाय कैसे करें। माहेश्वरी ने कहा कि 45 दिन से बंद उद्योगो को चालू करना बहुत बड़ी चुनौती है।
सब कुछ अस्त-व्यस्त हो गया है। यह कैसे पटरी परआयेगा, कुछ नही कहा जा सकता। इसके पटरी पर आने मे कितना समय लगेगा । उद्यमियों ने बताया कि 45 दिनों के लॉक डाउन से श्रमिक एवं दिहाड़ी मजदूरों को भारी आर्थिक तंगी एवं उनके यहां राशन खत्म होने की समस्या खड़ी हो गई है। आज इस टीम द्वारा माहेश्वरी के नेतृत्व में औद्योगिक क्षेत्र ,चंबल औद्योगिक क्षेत्र ,औद्योगिक सम्पदा गोविंद नगर प्रेम नगर आदि क्षेत्रों में श्रमिक परिवारों एवं दिहाड़ी परिवारों को चिन्हित करके उनके क्षेत्र में100 राशन के किट वितरित किए।