कोटा। महिला श्रमिकों को भामाशाह मंडी में प्रवेश दिलाने के लिए मंगलवार को हम्मालों की हड़ताल रही। इस कारण मंडी में जिंसों की नीलामी ठप रही। वहीं जिला प्रशासन की ओर से गेहूं की तुलाई के टोकन देने से किसान मंडी के न्यूनतम समर्थन मूल्य के केन्द्र पर गेहूं लेकर पहुंच गए और दोपहर तक तुलाई नहीं होने से वे भड़क गए और मंडी कार्यालय में जबर्दस्ती घुसकर खासा हंगामा किया।
चेतावनी दी कि गेहूं की तुलाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन करेंगे। इसके बाद सरकारी कांटे पर गेहूं की तुलाई शुरू हो पाई। व्यापारियोंं की समझाइश पर कुछ हम्मालों ने सरकारी कांटे पर काम किया। हालांकि आढ़तियों के माध्यम से खुली नीलामी बंद रही। बुधवार को भी खुली नीलामी को लेकर संशय बना हुआ है।
हम्माल एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश गुर्जर मंडी में महिला श्रमिकों को प्रवेश दिलाने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। जबकि, हम्मालों का महिला श्रमिकों के काम से कोई संबंध नहीं है। व्यापारियों ने मंडी प्रशासन को कहा है कि यदि कोराना संक्रमण के चलते मंडी में बाहर से श्रमिकों को प्रवेश की अनुमति दी तो काम करना मुश्किल हो जाएगा। अभी श्रमिकों केा मंडी से बाहर नहीं जाने दिया जाता है। यदि बाहर से श्रमिकों को अनुमति दी जाती है तो कोरोना संक्रमण की जिम्मेदारी प्रशासन को लेनी होगी।
मंडी समिति के पूर्व उपाध्यक्ष देवा भड़क के साथ पल्लेदार एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश गुर्जर महामंत्री राजेश चौहान,कोटा ग्रेन एण्ड सीड्स व्यावसायिक मुनीम संस्था के अध्यक्ष जगदीश यादव व नव चेतना महिला समिति के अध्यक्षा लीला बाई शहर कांग्रेस अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी से मिले। त्यागी से महिला श्रमिकों को मंडी में प्रवेश दिलाने की मांग की। शहर अध्यक्ष ने इस मामले में स्वायत्त शासन मंंत्री को अवगत कराया।