भरतपुर। कोविड-19 महामारी के चलते जिले भर में राशन डीलरों की संघन जांच की रही है। जिसमें कोई भी शिकायत मिलने पर संबंधित राशन डीलर जांच कर दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया जा रहा है। ऐसा ही मामला बसेडी तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत हरजूपुरा में सामने आया है। जहां उचित मूल्य के दुकानदार द्वारा राशन वितरण में अनियमितताओं की शिकायत मिलने पर मौके पर जांच की गई।
खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मिले गेहूं के वितरण में भारी अनियमितता मिलने पर कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल के निर्देशानुसार जिला रसद अधिकारी द्वारा पुलिस थाना बसेडी में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। कलेक्टर ने बताया कि ग्राम पंचायत हरजूपुरा के उचित मूल्य के दुकानदार राजवीर सिंह द्वारा अपने वितरण क्षेत्र हरजूपुरा के बाहर धौलपुर, सरमथुरा, बाडी के उपभोक्ताओं को भी राशन वितरण कर दिया। जिसका उसके पास कोई भी रिकार्ड संधारित नहीं होना पाया गया।
साथ ही राशन डीलर द्वारा अधिकतर ट्रांजेक्शन रात 8 से 12 बजे तक करना पाया गया जो कि राशन वितरण को संदिग्ध बनाता है। रसद विभाग के निरीक्षक गजेंद्र बाबू शर्मा ने बताया कि जांच करने पर सामने आया कि राजवीर सिंह ने 9 ऐसे उपभोक्ताओं को भी गेहूं का वितरण दिखा दिया जिनकी कई वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी थी। इसी प्रकार उसने 907 ऐसे राशन कार्ड धारकों को गेहूं वितरण करना दिखाया जो कि वितरण क्षेत्र के बाहर के थे, साथ ही उक्त वितरण का कोई भी रिकॉर्ड डीलर द्वारा संधारण नही किया गया।