जयपुर। राजधानी जयपुर में रेपिड टेस्ट ( Rapid test) से हो रही जांच फेल होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा प्रदेश में इस टेस्ट से हो रही जांच को रोक दिया गया है । जांच नमूने फेल होने के बाद रैपिड टेस्ट किट की विश्वसनीयता को लेकर सवाल खड़ा हो गया है।
सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कोरोना के 100 मरीजों का इस किट से टेस्ट किया गया, जिसमें से इसने 5 को ही पॉजिटिव बताया। यानी रैपिड टेस्ट किट कोरोना वायरस की पहचान में केवल 5 फीसदी सफलता हासिल कर पाई है। मंत्री ने कहा हमने आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश में इसका प्रयोग किया लेकिन ये प्रयोग पूरी तरह फेल रहा।
उन्होंने कहा हम उम्मीद कर रहे थे इस टेस्ट से सही जांच का औसत 90 प्रतिशत से अधिक होगा लेकिन हमारे डॉक्टरों के प्रयोग के बाद इसका औसत 5 प्रतिशत रहा। ऐसे में हम सकते है रेपिड टेस्ट से जांच पूरी तरह फेल रही। डॉक्टर्स ने भी इस रेपीड टेस्ट किट को कोरोना जांच के लिए फेल बताया है। हमने अब-तक इससे मिले जांच के नतीजों की रिपोर्ट आईसीएमआर को भेज दी।