कोटा। राजस्थान में काॅलेज छात्रों के बाद अब स्कूली छात्रों की पढाई भी ऑनलाइन शुरू हो गई है। अहम बात यह है कि यह सुविधा सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए शुरू की गई है। इसके तहत प्रोजेक्ट ‘स्माईल’ (सोशल मीडिया इंटरफेस फॉर लर्निंग एंगेजमेंट) शुरू किया गया है और बीस हजार से ज्यादा वाॅटसएप ग्रुप बना कर पढाई शुरू कराई गई है। इस तरह की पहल करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।
राजस्थान में काॅलेज छात्रों के लिए लाॅकडाउन की शुरूआत से ही ऑनलाइन स्टडी की व्यवस्था कर दी गई थी। अब इसे स्कूल स्तर पर लाया गया है। शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने बताया कि प्रोजेक्ट ‘स्माईल’ के अंतर्गत पढाई के लिए अभिभावकों और शिक्षकों के प्रदेशभर में 20 हजार से अधिक वाट्सएप्प ग्रुप्स बनाए गए हैं। व्हाट्सएप के माध्यम से छात्रों और शिक्षकों के लिए दैनिक वीडियो सामग्री प्रतिदिन सुबह नौ बजे भेजी जाएगी। सोमवार से इसकी शुरुआत कर दी गई।
उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग ने कक्षा एक से बारह के लिए वीडियो सामग्री की विशेष व्यवस्था की है। प्रत्येक विषय के लिए, 30-40 मिनट की सामग्री के वीडियो तैयार किए गए हैं। यह वीडियो कक्षा एक-दो, 3 से 5, 6 से 8 और 9 से 12 वीं कक्षा स्तर के लिए है। इस सामग्री की समीक्षा राजस्थान स्टेट काउन्सिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एण्ड ट्रेनिंग उदयपुर के विषय विशेषज्ञों द्वारा की गई हैं।
डोटासरा ने बताया कि आवश्यकतानुसार और अभिभावकों को चिन्हित कर ग्रुप को बढ़ाया जा रहा हैं। उन्होंने राज्य के शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यह सुनिश्चित किया जाए कियह तैयार सामग्री ग्रुप्स के जरिए अधिकतम विद्यार्थियों और दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचे।