जयपुर। राजस्थान में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 133 पहुंच गई है। जिसमें गुरुवार को 13 नए मामले सामने आए। इनमें 7 जयपुर परकोटे के रामगंज से, 2 जोधपुर, 1 धौलपुर, 1 उदयपुर, 1 झुंझुनू (तब्लीगी जमात) और 1 भरतपुर (तब्लीगी जमात) से है। वहीं अलवर में भर्ती एक 85 साल के बुजुर्ग की एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई। उदयपुर के पहले मामले में एक 16 साल का बच्चा कोरोना पॉजिटिव मिला है।
इससे पहले बुधवार को कोरोना पॉजिटिव के 27 नए केस सामने आए थे। इनमें 13 जयपुर परकोटे के रामगंज इलाके के रहने वाले हैं, जो ओमान से आए संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए थे। वहीं जोधपुर में दो केस सामने आए हैं। जिसमें एक 65 साल के पुरुष हैं। जिनकी न कोई ट्रैवल हिस्ट्री है, न ही वे किसी के संपर्क में आए। जिसकी जांच की जा रही है।
ये जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में भर्ती थे। वहीं ईरान से जोधपुर पहुंची एक 61 साल की महिला भी पॉजिटिव पाई गई हैं। इसके बाद रात को टोंक में तब्लीगी जमात के 4 लोग और अलवर का एक व्यक्ति पॉजिटिव मिला है। वहीं चूरू में 7 नए पॉजिटिव मिले जो सभी तब्लीगी जमात से हैं।
राजस्थान के 15 जिलों में कोरोना, सबसे ज्यादा 41 जयपुर में
राजस्थान में कुल 33 जिले हैं। इनमें से अब तक 15 जिलों में कोरोना के केस मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा केस जयपुर में मिले हैं। यहां अब तक 41 पॉजिटिव मिल चुके। इसके अलावा भीलवाड़ा 26, झुंझुनूं 9, जोधपुर 28 (इसमें 18 ईरान से आए), चूरू 8, टोंक 4, प्रतापगढ़ 2, डूंगरपुर 3, अजमेर 5, अलवर 2, उदयपुर, भरतपुर, धौलपुर, पाली और सीकर में एक-एक संक्रमित मिला।
अब तक तीन लोगों की मौत
राजस्थान में अब तक 3 कोरोना पॉजिटिव की मौत हुई है। पहली मौत 73 वर्षीय बुजुर्ग की हुई। उसे कई अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं। बुजुर्ग डायलिसिस पर था। बीपी, किडनी और सांस लेने में काफी परेशानी थी। हालांकि चिकित्सक किडनी खराब होना मौत का कारण बता रहे हैं। दूसरी मौत एक 60 साल के व्यक्ति की हुई। दोनों के परिवार के दो-दो लोगों में भी कोरोनावायरस पॉजिटिव मिला है। जिसके बाद अब तीसरी मौत अलवर के 85 साल के बुजुर्ग की हुई है। जिन्हे ब्रेनहैमरेज हुआ था।
चिकित्सा विभाग की टीम घर-घर कर रही सर्वे
परकाेेटे में दूध, राशन व अन्य खाद्य सामग्री लेकर आने वाले वाहन कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र की सीमा तक ही रहेंगे। परकाेेटे में राशन ले जाने के लिए भी सीमा पर अगल से वाहन उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि वे वाहन परकाेटा क्षेत्र में ही रहें और बाहर से आने वाले वाहन परकाेटे में न जा सकें। इधर, चिकित्सा विभाग की टीम फिर से घर-घर स्क्रीनिंग में जुट गई है।कई जगह सेंपल लिए गए।